दूध उत्पादन में 1100 प्रतिशत वृद्धि पशुओं के वैज्ञानिक प्रबंधन से: डॉ वीएस रैना




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  • दो दिवसीय प्रशि​क्षण शिविर में डेयरी पशुओं के वैज्ञानिक प्रबंधन पर विशेषज्ञों ने दी जानकारी

न्यूज 127.
आईआईएमटी विश्वविद्यालय के कृषि विज्ञान महाविद्यालय में डेयरी पशु उत्थान एवं सीमन बैंक सोसायटी करनाल द्वारा वित्त पोषित परियोजना अंतर्गत डेयरी पशुओं के वैज्ञानिक प्रबंधन विषय पर दो दिवसीय प्रशिक्षण का शुभारंभ हुआ।

प्रशिक्षण के उद्घाटन सत्र के मुख्य अतिथि डेयरी पशु उत्थान एवं सीमन बैंक सोसायटी करनाल के निदेशक डॉ वीएस रैना ने किसानों को संबोधित करते हुए बताया कि सन् 1950-51 से वर्तमान तक डेयरी पशुओं की संख्या तथा कुल दुग्ध उत्पादन के आंकड़ों को देखें तो पता पता चलता है कि डेयरी पशुओं (गौवंश तथा भैंसों) की संख्या में क्रमशः 24.26% तथा 153.11% के सापेक्ष दूध उत्पादन में लगभग 1100% वृद्धि पशुओं के वैज्ञानिक प्रबंधन से हुई है। जिसका श्रेय पशु विज्ञान के वैज्ञानिकों तथा जागरूक पशुपालकों को जाता है।

कहा कि हमारे देश में अभी भी दुग्ध उत्पादन की अपार संभावना है जोकि पशुपालकों की जागरूकता पर निर्भर करती हैं। आई आई एम टी विश्वविद्यालय की कुलपति प्रोo दीपा शर्मा ने प्रशिक्षण को किसानों एवं विद्यार्थियों के लिए बहुत लाभकारी बताते हुए प्रशिक्षण के सफलतापूर्वक पूर्ण करने की शुभकामनाएं प्रेषित की। कृषि विज्ञान महाविद्यालय के डीन डॉo राजबीर सिंह ने वैज्ञानिक प्रबंधन के सभी पहलुओं पर विस्तार से चर्चा की।

डॉo दीपक कुमार वर्मा ने गाय व भैंसों की नस्लों के बारे में बताया तथा दुधारू नस्लों के पशु पालने की जरूरत बताई। विभागाध्यक्ष डॉo राजकुमार डेयरी पशुओं में कृत्रिम गर्भाधान के फायदों पर विस्तार में चर्चा की। बेसिक साइंस विज्ञान महाविद्यालय के डीन डॉo एके चौहान ने मुख्य अतिथि तथा प्रशिक्षण में उपस्थित किसानों एवं विद्यार्थियों का आभार व्यक्त किया।