डीएवी देहरादून में धूमधाम व हर्षोल्लास के साथ मनाया 76 वा गणतंत्र दिवस, देशभक्ति से ओतप्रोत बच्चे




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न्यूज127
डीएवी पब्लिक स्कूल देहरादून में 76वां गणतंत्र दिवस बड़े ही धूमधाम व हर्षोल्लास के साथ मनाया गया। देश की रक्षा में प्राण गंवाने वाले वीर शहीद जवानों को स्मरण करते हुए अपने श्रद्धासुमन अर्पित किए गए। भारत के गौरव के प्रतीक तिरंगे के रंगों से डीएवी प्रांगण को सजाया गया तथा स्कूली बच्चों ने देशभक्ति ने ओतप्रोत सांस्कृतिक प्रस्तुतियां देकर उपस्थितजनों को भाव विभोर किया।


डीएवी पब्लिक स्कूल, डिफेंस कॉलोनी देहरादून में 26 जनवरी 2025 की सुबह भोर बेला से ही गणतंत्र दिवस की धूम रही। गणतंत्र दिवस कार्यक्रम के मुख्य अतिथि ब्रिगेडियर राजवीर सिंह व उनकी धर्मपत्नी श्रीमती राजवीर सिंह, डॉ बीके नौटियाल, कर्नल एसएल पैन्यूली, कैप्टन आरपी. दत्ता व कर्नल नेगी जी व प्रधानाचार्य शालिनी समाधिया ने स्कूल प्रांगण में भारतीय ध्वज तिरंगे को फहराया व देशभक्ति के साथ राष्ट्रगान के साथ कार्यक्रम का शुभारंभ किया।


कक्षा 9 के छात्र- छात्राओं ने संपूर्ण जोश के साथ तिरंगे को सलामी देते हुए मार्च पास्ट का प्रदर्शन किया तथा देश की सीमाओं पर तैनात उन वीर सैनिकों की याद दिलाई जो प्रत्येक कठिन से कठिन परिस्थितियों का सामना कर देश की रक्षा के लिए सदैव तत्पर हैं।
कार्यक्रम की श्रृंखला को बढ़ाते हुए संगीत अध्यापक वैभव आर्या व अमित धीमान के नेतृत्व में छात्र- छात्राओं ने भारत के उज्ज्वल भविष्य की कामना करते हुए गीत गाया गया। कक्षा ग्यारहवीं के छात्र-छात्राओं ने तबले पर अपने हाथों की थाप के जादू की छटा बिखेरते हुए सभी श्रोताओं को मंत्रमुग्ध कर दिया गया। कक्षा 9 की छात्रा अंशिका गहरवार ने अपने भाषण में देश को प्राप्त उन उपलब्धियों का जिक्र किया जिन्होंने संपूर्ण विश्व का ध्यान भारत की ओर आकर्षित किया है। विविधता में एकता और प्रत्येक वर्ग व समुदाय का सम्मान, गणतंत्र दिवस की असली भावना है इसी उद्देश्य को साकार करते हुए हमारे विद्यालय के छात्र- छात्राओं द्वारा नृत्य की मनमोहक प्रस्तुति दी गई। इसी के साथ वर्ष भर अनेक गतिविधियों व खेल प्रतियोगिताओं में विजय छात्रों को पुरस्कृत किया गया।
मुख्य अतिथि ब्रिगेडियर राजवीर सिंह ने छात्र-छात्राओं को प्रोत्साहित करते हुए कहा कि हमारे लिए अत्यंत गर्व का विषय है कि हम ऐसे देश के वासी हैं जिसकी संस्कृति और सभ्यता के समक्ष संपूर्ण विश्व नतमस्तक हैं। उन्होंने प्राकृतिक संसाधनों के रक्षण व संवर्धन की बात भी कही।
कार्यक्रम के अंत में प्रधानाचार्या श्रीमती शालिनी समाधिया ने कहा कि यह अतीत की उपलब्धियों का सम्मान करने, वर्तमान चुनौतियों का सामना करने और कल के लक्ष्यों को उत्साहपूर्वक अपनाने का दिन है। उन्होंने छात्रों को प्रेरित करते हुए कहा कि खुशहाल व सफल जीवन की कुंजी ‘अनुशासन’ है। अनुशासित जीवन के बल पर हम जीवन के प्रत्येक लक्ष्य को प्राप्त कर आकाश की ऊंँचाइयों को छू सकते हैं। उन्होंने गणतंत्र दिवस पर्व की महत्वता पर प्रकाश डालते हुए दो पंक्तियों में बताया कि दर्जनों भाषा ,सैकड़ो विधि, हजारों विधान है। जो जोड़कर सबको साथ रखे वह भारत का संविधान है। अंत में सभी को गणतंत्र दिवस की हार्दिक शुभकामनाएंँ प्रेषित की।