काजल राजपूत.
भाजपा ने मंगलौर उप चुनाव में करतार सिंह भडाना को मैदान में उतारकर एक अभिनव प्रयोग किया। सुनियोजित रणनीति बनाई और चुनाव प्रचार किया। भाजपा संगठन की रणनीति सटीक जा रही थी लेकिन मतदान के दिन हुआ बबाल और कांग्रेस के काजी के आंसुओं के सैलाब में परिणाम बदल गया।
भाजपा के करतार सिंह भड़ाना ने हजारों की संख्या में हरियाणा के लोगों को चुनाव प्रचार में उतार दिया। मंगलौर में अजीगो गरीब वातावरण बन गया। भाजपा संगठन की रणनीति भी कई बार असहज हुई। स्वामी यतीश्वरानंद ने घर— घर जाकर वोट मांगे। मंगलौर का मन जीतने का प्रयास किया। लेकिन भड़ाना के समर्थकों ने ही अपने चुनाव को खराब कर लिया। कुल मिलाकर मंगलौर बसपा से निकलकर कांग्रेेस के पाले में गया। भाजपा के पास यहां खोने के लिए कुछ नही था। अगर जीत जाते तो इस इतिहास जरूर बनता।
इस सीट पर चौथी बार जीते हैं काजी निजामुद्दीन। तीन बार बसपा से तो एक बार कांग्रेस टिकट पर जीतकर पहले भी रह चुके हैं विधायक।



