नवीन चौहान, हरिद्वार। नगर निगम के चालक ने पहले तो लापरवाही से वाहन चलाकर एक महिला के पैर पर पहिया चढ़ा दिया। घायल लहुलूहान महिला ने पुलिस ने शिकायत की तो इलाज कराने का भरोसा दिया। जब महिला अस्पताल में उपचार कराने के लिये भर्ती हुई तो पीड़ित परिवार को ही धमकी देनी शुरू कर दी। घायल महिला का पैर कट गया। पीड़ित महिला के परिजनों ने पुलिस से मदद की गुहार लगाई। पुलिस ने आरोपी चालक के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर लिया है। घटना नगर कोतवाली क्षेत्र की हैं।
टिहरी गढ़वाल के नरेंद्र नगर निवासी गबर सिंह की पत्नी माया देवी 11 दिसंबर को अपनी बहन से मिलने हरिद्वार के खड़खड़ी आई थी। इसी दौरान नगर निगम के एक वाहन एएफटी-1903 के चालक ने तेजी व लारवाही से वाहन चलाकर माया देवी के पैर पर पहिया चढ़ा दिया। जब महिला की चीख पुकार निकली तो चालक ने वाहन को रोक लिया। जिसके पैर का पंजा बुरी तरह दबकर जख्मी हो गया। चालक ने वाहन को हटाया तो पैर का पंजा बुरी तरह कुचल चुका था। पीड़ित की सूचना पर पुलिस आ गई। वाहन चालक चिराग कुमार ने घायल महिला को उपचार का समस्त खर्चा देने का आश्वासन देकर अस्पताल भेज दिया। घायल माया देवी को हायर सेंटर रैफर किया गया। जहां चिकित्सकों ने परिजनों को माया देवी के पैर की हालत नाजुक देखते हुये देहरादून के अस्पताल में ले जाने की सलाह दी। परिजन माया देवी को देहरादून ले गये। जहां महिला का पैर का पूरा पंजा काटना पड़ा। गरीब परिजनों ने आरोपी चालक चिराग से इलाज का खर्च देने की बात की तो वह मुकदमा दर्ज कराने की धमकी देने लगा। जिसके बाद पीड़ित की बेटी सुनीता ने हरिद्वार पहुंचकर नगर कोतवाली प्रभारी चंद्रभान सिंह अधिकारी को अपनी आवबीती बताई। कोतवाली प्रभारी ने पीड़ित की शिकायत पर तत्काल आरोपी चालक के खिलाफ लापरवाही से वाहन चलाने का मुकदमा दर्ज करने के आदेश दे दिये है। पीड़ित परिजनों को पुलिस के व्यवहार से इंसाफ मिलने की उम्मीद जगी है। सुनीता ने बताया कि उनके घर की आर्थिक स्थिति ठीक नहीं है। वही आरोपी चालक की धमकी से परिवार के लोग दहशत में आ गये है। अब पूरी उम्मीद पुलिस के इंसाफ पर टिकी है।