गुरूकुल कांगड़ी में लागू नहीं होगी सह-शिक्षा, नहीं बनेगा छात्र संघ: कुलाधिपति




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न्यूज 127.
गुरुकुल कांगड़ी समविश्वविद्यालय के कुलाधिपति डा0 सत्यपाल सिंह ने कहा कि गुरूकुल में सह— शिक्षा कभी लागू नहीं होगी। जब तक वह कुलाधिपति हैं तब यहां छात्र संघ चुनाव नहीं होने दिये जाएंगे। गुरूकुल की 100 साल पुरानी जो परंपरा है उसे जीवंत रखा जाएगा।

युवा प्रेरणा महोत्सव कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कुलाधिपति डॉ सत्यपाल सिंह ने कहा कि गुरुकुल कांगड़ी समविश्वविद्यालय की एक इंच जमीन को मेरे रहते हुए कोई नहीं बेच पाएगा। उन्होंने कहा कि जब तक मैं कुलाधिपति के पद पर आसीन हुं तब तक स्वामी श्रद्धानन्द की इस पुण्य भूमि पर न तो कोई कब्जा कर सकता है और न ही बेच सकता है। उन्होंने कहा कि गुरुकुल गुरुकुलीय परम्परा से चलता रहेगा। गुरुकुल में राजनीति करने वाले छात्र-छात्रा अपने मंसूबे पूरे नहीं कर सकते। यहां पर सह शिक्षा की व्यवस्था लागू नहीं की जा सकती। जो छात्र-छात्राएं इस परम्परा में विश्वास रखते वह दूसरे विश्वविद्यालय में सहर्ष प्रवेश ले सकते हैं। भारतीय संस्कृति को बचाने के लिए युवा प्रेरणा कार्यक्रम मिल का पत्थर साबित होगा।

कुलाधिपति डा0 सत्यपाल सिंह ने कहा कि हरिद्वार की धरती को दो रूप में पहचाना जाता है। हरिद्वार का मतलब हरि का द्वार। विष्णु भगवान नारायण का द्वार उसी प्रकार से हरद्वार, भगवान शंकर का द्वार। हमारे ग्रंथों में लिखा हुआ है कि भगवान विष्णु पालनहार है और शंकर विनाशकारक है। इसलिए त्रिवेन्द्र सिंह रावत भी इसी धारा के संवाहक है।