न्यूज 127.
गंगा के घाट गंदगी से अटे पड़े हैं। उत्तरी गंगनहर बंद होने के बाद घाटों के बदहाल होने की तस्वीर सामने आ गई है। इससे जहां पुरोतिह समाज नाराज है, जिम्मेदार इस मामले में खामोश नजर आ रहे हैं। स्वयं सेवी संस्थाएं लोगों से सफाई के लिए आगे आने की अपील कर रहे हैं।

दशहरे की आधी रात को यूपी सिंचाई विभाग ने गंगनहर को नियमित सफाई के लिए बंद किया है। इसी गंगनहर का पानी हरकी पैडी और अन्य घाटों तक पहुंचता है। नहर बंद होते ही घाटों पर गंदगी का अंबार नजर आने लगा है। घाटों की रेलिंग में कपड़े और कूड़ा करकट फंसे पड़े हैं। यूपी सिंचाई विभाग ने सफाई के नाम पर जेसीबी लगाकर खनन तो शुरू करा दिया लेकिन अभी तक घाटों की सफाई की ओर ध्यान नहीं दिया है। इससे गंगा सभा भी नाराज है। शहर की स्वयंवेसी संस्थाएं भी सवाल उठा रही हैं।

गंगा सभा सेवक दल के सचिव उज्जवल पंडित ने बताया कि घाटों की सफाई के लिए हम स्वयं आगे आ रहे हैं। हमनें नगर निगम और अन्य स्वयंसेवी संस्थाओं से बात की है। जल्द ही घाटों पर अभियान चलाकर साफ सफाई की जाएगी। हमने आम जनता को भी इसमें आगे आने की अपील की है। यूपी सिंचाई विभाग के एसडीओ अनिल निमेष ने बताया कि नहर बंदी के दौरान घाटों की मेंटीनेंस के तहत मरम्मत आदि कार्य ही कराया जाता है, घाटों की रेलिंग में फंसे कपड़े और कचरे को साफ कराने के लिए अलग से मजदूर लगाए जा रहे हैं।