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विधानसभा सत्र में खटीमा विधायक भुवन चंद्र कापड़ी ने स्कूलों की शिक्षा व्यवस्था पर जोरदार तरीके से आवाज बुलंद की। उन्होंने सरकार को सोचने पर विवश कर दिया कि आवारा पशुओं की प्रतिदिन के राशन पर सरकार 80 रूपये खर्च कर रही है जबकि सरकारी स्कूल के बच्चों को आठ रूपये प्रतिदिन का मिडडे मील खिला रही है। स्कूल के शिक्षक खिलाने के बाद अगले दिन के हिसाब में उलझे हुए है। सरकारी स्कूलों के भवन जर्जर है।
विधानसभा में खटीमा विधायक भुवन चंद्र कापड़ी ने विधानसभा अध्यक्ष ऋतु खंडूरी को संबोधित करते हुए प्रदेश की शिक्षा व्यवस्था पर सवाल उठा दिया। शिक्षा मंत्री को व्यवस्था में सुधार करने और प्रदेश की जनता की सुध लेने की बात कही। उन्होंने कहा कि सरकार शिक्षा की दुर्दशा को कब सुधारेगी। उन्होंने कहा कि खटीमा में 10 इंटर कॉलेज है और एलटी के 25 पद खाली है, प्रवक्ता के 13 और प्रधानाचार्य के 4 पद रिक्त है। हाईस्कूल में दस स्कूल बिना प्रधानाचार्य के चल रहे है। स्कूलों में पेयजल और शौचालय नही है। स्कूलों की बाउंड्री नही है। कुछ स्कूलों की बाउंड्री टूटी हुई है। जिसके चलते जंगली जानवर और पशु आ जाते है। असामाजिक तत्व स्कूल में आ जाते है। उन्होंने कहा कि सरकारी स्कूलों की व्यवस्था को ठीक करना बहुत जरूरी है।
UTTARAKHAND पढ़ाने की जगह मिडडे मील का हिसाब लगा रहे टीचर, बच्चों को आठ और पशुओं को 80 रूपये



