नवीन चौहान
हरिद्वार। एसएसपी साहब आपकी हरिद्वार पुलिस अवैध वसूली में मस्त है। जी हां ये बात सौ फीसदी सच है। एक पीड़ित ने अपना दर्द बयां करते हुये हकीकत सार्वजनिक की है। लंढौरा से ईट लेकर चला एक टैक्ट्रर चालक कनखल तक पहुंचने में पांच सौ रूपये की दान दक्षिणा थाना पुलिस को भेंट करता है। ये दक्षिणा सौ से लेकर 50 रूपये तक की होती है। जिसको चालक अपनी खुशी से नहीं देते बल्कि पुलिसकर्मी जबरन वसूलते है। इससे आप खुद ही अंदाजा लगा सकते है कि एक दिन में कितनी रकम की अवैध वसूली की जा रही है।
प्रदेश के मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत जीरो टालरेंस का दंभ भरते है। प्रदेश के डीजीपी अनिल रतूड़ी पुलिसकर्मियों के आचरण से भ्रष्टाचार को दूर करने के लिये उपहार परंपरा को बंद करा देते है। हरिद्वार के एसएसपी कृष्ण कुमार वीके भ्रष्ट पुलिसकर्मियों पर सख्त एक्शन लेते है। इतना सब कुछ होने के बाद भी हरिद्वार पुलिस अवैध वसूली के मोह को नहीं छोड़ पा रही है। एसएसपी कृष्ण कुमार वीके के सख्त कार्रवाई का खौफ भी पुलिसकर्मियों को नहीं है। इस हकीकत का खुलासा एक चालक ने किया है। नाम नहीं छापने की शर्त पर एक टैक्ट्रर चालक ने बताया कि वह लंढौरा से ईट लेकर मिस्सरपुर तक आया। इस दौरान रास्ते में जो भी पुलिस चौकी और थाना पड़ा वहां के पुलिसकर्मियों ने जबरन अवैध वसूली की। उसने कहा कि उसका रोजाना का कार्य है। पुलिसकर्मियों को पैंसा नहीं देंगे तो वह गंदी गंदी गालिया देते है और ओवरलोडिंग में वाहन सीज करने की धमकी देते है। कुछ होमगार्ड पुलिसकर्मियों की उगाही करते है। एसएसपी साहब अगर पुलिस इसी तरह से कार्य करेंगी तो पुलिस की छवि समाज में किस प्रकार सुधरेंगी।