गुरुकुल विश्वविद्यालय के नव नियुक्त कुलाधिपति एसके आर्य की दमदार एंट्री, केंद्रीय मंत्री से मुलाकात




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न्यूज127
गुरुकुल कांगड़ी समविश्वविद्यालय हरिद्वार के नव नियुक्त कुलाधिपति एसके आर्य अस्तित्व को बचाने के लिए संघर्ष करेंगे। गुरूकुल कांगड़ी के विकास की नई पटकथा तैयार करेंगे। एसके आर्य को एक उद्योगपति के रूप में मिली ख्याति गुरूकुल कांगड़ी के कुलाधिपति पद का सम्मान दिलाने में कामयाब रही। लेकिन गुरूकुल के गौरवशाली इतिहास में नए आयाम स्थापित करने में उनकी दूरदर्शी काम करेंगी।
विदित हो कि
गुरूकुल कांगड़ी समविश्वविद्यालय के नवनियुक्त कुलाधिपति एसके आर्य की आर्य समाज ने एंट्री करा दी है। कुलाधिपति के रूप में कार्यभार ग्रहण करने को लेकर एसके आर्य ने अपनी सहमति दे दी है। इसी संबंध में आर्य समाज का एक प्रतिनिधि मंडल नई दिल्ली में केंद्रीय शिक्षा मंत्री धर्मेंद्र प्रधान से मुलाकात करने पहुंचा। आर्य प्रतिनिधि सभाओं के पदाधिकारियों ने केंद्रीय मंत्री धर्मेंद्र प्रधान को कुलाधिपति के पद पर एसके आर्य को जिम्मेदारी देने की जानकारी दी। इसी के साथ गुरूकुल कांगड़ी के हितों की रक्षा के लिए प्रभावी कदम उठाए जाने पर कई सार्थक चर्चाएं की।
केंद्रीय शिक्षा मंत्री धर्मेन्द्र प्रधान ने आर्य समाज के प्रतिनिधि मंडल से मिलकर खुशी जाहिर की और नव नियुक्त कुलाधिपति को बधाई दी और मंत्रालय की ओर से हरसंभव सहयोग करने का भरोसा दिया। हालांकि यह मुलाकात आर्य प्रतिनिधि सभा दिल्ली के महामंत्री विनय आर्य के नेतृत्व में हुई।


नई सोच करेंगे विकास के काम
एसके आर्य एक उद्योगपति के रूप में ख्याति अर्जित कर चुके है। उन्होंने कई दशकों तक आर्य जगत का प्रचार प्रसार किया। शिक्षा और संस्कारों से उनका जुड़ाव रहा। उनकी नियुक्ति को गुरूकुल के एक नए युग की शुरूआत के रूप में देखा जा रहा है। उनके आगमन को “संस्कार, शिक्षा और स्वाभिमान आधारित नेतृत्व” की वापसी के रूप में समझा जा सकता है। विश्वविद्यालय में शैक्षणिक उत्कृष्टता, पारदर्शिता और गुरुकुल परंपरा के मूल्यों के पुर्नजीवित होने की संभावनाए जागृत हुई है।
विश्वविद्यालय की आंतरिक राजनीति को झटका
गुरुकुल कांगड़ी विश्वविद्यालय आंतरिक राजनीति का अखाड़ा बनकर रह गया। विगत कुछ सालों में गुरूकुल शिक्षा से ज्यादा राजनैतिक गुटबाजियों के लिए चर्चाओं में रहा। लंबे समय से चली आ रही गुटबाजी को विराम लगने की भी संभावनाए है।

आर्य समाज के दिल्ली, हरियाणा और पंजाब तीनों सभाओं के पदाधिकारियों में धर्मपाल आर्य, देशबंधु प्रधान और एसएम शर्मा शामिल रहे। दिल्ली सभा के महामंत्री विनय आर्य ने बताया कि केंद्रीय मंत्री धर्मेंद्र प्रधान जी से मिलने का समय निश्चित हो गया लेकिन उस वक्त हमारे नव नियुक्त कुलाधिपति एसके आर्य अपने निजी कार्यो से बाहर होने के चलते मुलाकात कार्यक्रम में उपस्थित नही हो पाए। जल्द ही वह अपना कार्यभार ग्रहण करेंगे।