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गुरुकुल कांगडी सम विश्वविद्यालय में सत्ता परिवर्तन के बाद कुलसचिव सुनील कुमार ने पूरे प्रकरण पर अपनी बात सामने रखी। कहा कि कुलाधिपति नियुक्त करने का अधिकार सरकार ने आर्यप्रतिनिधि सभा को दिया है। यह व्यवस्था सरकार द्वारा नियमों में किये गए कुछ बदलाव के बाद मिले। कहा कि पूर्व कुलाधिपति डॉ सत्यपाल सिंह का कार्यकाल पूरा होने के बाद आर्य सभा ने कुलाधिपति डॉ एसके आर्य को बनाया है। लेकिन गुरुकुल विवि के कुछ कर्मचारी इसका विरोध कर रहे हैं। कुलाधिपति द्वारा जारी किये गए निर्देशों को नहीं माना जा रहा। कुलाधिपति के आगमन को लेकर कार्यक्रम की तैयारी की जानी थी, इसके लिए आर्यप्रतिनिधि सभा के सदस्य यहां आए थे लेकिन कर्मचारियों ने उसके साथ भी हंगामा करते हुए मारपीट की। कुलपति प्रो. हेमलता ने उन्हें नियम विरूद्ध कार्यमुक्त किया था, जिसकी जानकारी कुलाधिपति को दी गई थी। उनके निर्देश पर उन्हें कुलसचिव पद पर बने रहने के निर्देश दिये गए थे। कुलाधिपति ने 5 जुलाई को कुलपति प्रो. हेमलता को कुलपति के पद से मुक्त करते हुए उनके मूल विभाग में जाने के आदेश जारी कर दिये थे। जिसके बाद नए कुलपति के लिए प्रो. प्रभात सेंगर को नया कार्यवाहक कुलपति नियुक्त किया था। कहा कि उनका किसी से कोई व्यक्तिगत विरोध नहीं है। सभी कर्मचारियों के साथ मिलजुल कर कार्य किया जाएगा। संस्था की प्रगति के लिए काम किया जाएगा।
सरकार ने आर्य प्रतिनिधि सभा को दी कुलाधिपति नियुक्त करने की पावर: सुनील कुमार




