कांवड़ यात्रा मार्ग पर शुद्ध भोजन और दवाओं की व्यवस्था: सीएम धामी के निर्देश पर FDA की सख्त निगरानी, दो मेडिकल स्टोर सील




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देहरादून/ऋषिकेश, 19 जुलाई 2025
सावन माह की पवित्र कांवड़ यात्रा में उत्तराखंड सरकार श्रद्धालुओं को हर स्तर पर सुविधा देने में कोई कोर-कसर नहीं छोड़ रही। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के निर्देशों के तहत खाद्य संरक्षा एवं औषधि प्रशासन (FDA) विभाग ने यात्रा मार्गों पर व्यापक निरीक्षण अभियान चलाया। इस विशेष निरीक्षण अभियान का नेतृत्व अपर आयुक्त ताजबर सिंह जग्गी ने किया, जिसमें कई प्रतिष्ठानों पर कार्रवाई की गई।
ऋषिकेश-डोईवाला मार्ग पर चला निरीक्षण अभियान
ताजबर सिंह जग्गी के नेतृत्व में खाद्य सुरक्षा विभाग की टीम ने ऋषिकेश, डोईवाला और अन्य यात्रा मार्गों पर स्थित होटलों, ढाबों और रेस्टोरेंट्स का औचक निरीक्षण किया। निरीक्षण के दौरान खाद्य पदार्थों की गुणवत्ता, किचन की स्वच्छता, स्टाफ की साफ-सफाई, स्टोरेज कंडीशन आदि की जांच की गई। संदेहास्पद खाद्य सामग्री के सैंपल भरकर प्रयोगशाला भेजे गए और बिना फूड लाइसेंस पाए गए प्रतिष्ठानों पर सख्त विभागीय कार्रवाई की गई।
दुकानों पर फूड लाइसेंस का स्पष्ट प्रदर्शन
ज्यादातर प्रतिष्ठानों पर फूड लाइसेंस स्पष्ट रूप से डिस्प्ले पाया गया, जिससे यात्रियों को भरोसे के साथ भोजन करने का अवसर मिला। अपर आयुक्त जग्गी ने बताया कि विभाग ने पहले ही निर्देश जारी किए थे कि सभी खाद्य विक्रेता अपना वैध लाइसेंस प्रमुख स्थान पर प्रदर्शित करें, ताकि उपभोक्ता भोजन की गुणवत्ता का आकलन कर सकें।
कांवड़ियों ने जताई संतुष्टि
निरीक्षण के दौरान विभागीय टीम ने कांवड़ियों से सीधा संवाद कर उनकी राय जानी। कांवड़ियों ने कहा कि इस बार सरकार की व्यवस्थाएं बेहतर हैं, भोजन शुद्ध और स्वादिष्ट है और अब यह तय करना आसान हो गया है कि कहां खाना सुरक्षित रहेगा।
औषधि विक्रय फर्मों पर भी कार्रवाई, दो प्रतिष्ठान बंद
इसी क्रम में ऋषिकेश और डोईवाला क्षेत्र में 15 औषधि विक्रय प्रतिष्ठानों का निरीक्षण किया गया। जिनमें माही मेडिकोज (दुर्गा चौक, जॉलीग्रांट) और पनवार मेडिकोज (वीरभद्र रोड, ऋषिकेश) को गंभीर अनियमितताओं के चलते बंद कर दिया गया। माही मेडिकोज पर फार्मासिस्ट की अनुपस्थिति, भंडारण में गड़बड़ी और सीसीटीवी की कमी पाई गई। पनवार मेडिकोज में भी फार्मासिस्ट नहीं मिला, भंडारण की स्थिति असंतोषजनक थी और स्थान का क्षेत्रफल नियमों के अनुसार नहीं था। इस प्रतिष्ठान का लाइसेंस निरस्त करने की संस्तुति की गई है।
सतत निरीक्षण और कठोर कार्रवाई की चेतावनी
अपर आयुक्त ताजबर सिंह जग्गी ने कहा कि यदि भविष्य में कोई भी प्रतिष्ठान मानकों का उल्लंघन करता पाया गया, तो उसके खिलाफ कड़ी कानूनी कार्रवाई की जाएगी। उनका कहना है कि “कांवड़ यात्रा एक आस्था का पर्व है और इसमें स्वास्थ्य से कोई समझौता नहीं किया जा सकता।”
निगरानी में शामिल अधिकारीगण:
ताजबर सिंह जग्गी – अपर आयुक्त, खाद्य संरक्षा एवं औषधि प्रशासन, गणेश कंडवाल – उपायुक्त (खाद्य), गढ़वाल मंडल, सुधीर कुमार – सहायक औषधि नियंत्रक, मानेंद्र सिंह राणा, विनोद जगुड़ी, निधि रतूड़ी – औषधि निरीक्षक, मनीष सयाना – अभिहित अधिकारी, देहरादून