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नगर निगम हरिद्वार के टॉप टेन बकायेदारों में होटल कारोबारियों के नाम भी शामिल हैं। सबसे बड़े 10 बकायेदारों की सूची में 7 नाम होटल कारोबारियों के हैं। नगर निगम द्वारा इन कारोबारियों को नोटिस जारी करने के बावजूद भी टैक्स जमा नहीं किया जा रहा है। बकायेदारों से वसूली के लिए नगर निगम जल्द ही अभियान चलाकर बड़ी कार्रवाई करने की तैयारी में है।
हाउस टैक्स वसूली पर फोकस
नगर निगम एक ओर जहां अपनी संपत्तियों को सुरक्षित करने के लिए कार्रवाई कर रहा है। वहीं दूसरी ओर हाउस टैक्स वसूली के लक्ष्य को भी शत-प्रतिशत प्राप्त करने के लिए मंथन कर रहा है। मुख्य नगर आयुक्त ने कर विभाग की बैठक में स्पष्ट निर्देश दिए कि हाउस टैक्स वसूली में किसी तरह की लापरवाही न बरती जाए। यदि जरूरत पड़ी तो आरसी जारी कर वसूली की जाए। नगर निगम के अनुसार बकायेदारों की सूची में जो टॉप टेन नाम हैं, उनमें सबसे अधिक होटल कारोबारी है। बड़े बकायेदारों में दो आश्रम भी शामिल है।
बोर्ड बैठक में भी उठा था हाउस टैक्स का मुद्दा
नगर निगम की बोर्ड बैठक में भी टैक्स वसूली बढ़ाने पर जोर दिया गया था। इस दौरान नगर निगम की पुरानी संपत्तियों पर भी टैक्स संशाेधित करने पर सहमति जताई गई। नगर निगम की दुकानों का किराया भी संशोधित करने का प्रस्ताव पास हुआ। इससे साफ है कि एक ओर जहां नगर निगम अपनी संपत्तियों के अवैध कब्जों को हटाने की दिशा में कदम बढ़ा रहा है, वहीं नगर निगम की आय को बढ़ाने के लिए हाउस टैक्स की वसूली पर फोकस किया जा रहा है।
मुख्य नगर आयुक्त नंदन कुमार का कहना है कि नगर निगम के जो भी बकाएदार हैं उनसे बकाया वसूली के लिए जल्द ही अभियान चलाया जाएगा। सबसे पहले जो बड़े बकाएदार हैं उनसे वसूली की प्रक्रिया शुरू की जाएगी। यदि जरूरत पड़ी तो बकाया टैक्स वसूली के लिए नियमानुसार आरसी भी जारी की जाएगी।
नगर निगम के टॉप टेन बकाएदार:—
- होटल पैराडाइज एंड रसोई रेस्टोरेंट- 7,50,000
- होटल चोटीवाला एंड रेस्टोरेंट- 6,00,000
- होटल पैराडाइज प्लाजा- 4,32,000
- होटल व्रिजंल ग्रुप एंड रिजॉर्ट- 4,00,716
- यूपी हैंडीक्रफ्ट- 3,92,740
- ललित कुमार 3,67,500
- सौरभ सिंघल होटल ड्राई इन- 3,21,408
- श्रीराम कृष्ण आश्रम निर्धन निकेतन- 2,87,032
- स्वामी वेदानंद- 2,33,340
- होटल क्राउन- 2,10,000 (बकाया राशि रुपयों में)
नोट:— नगर निगम से मिली जानकारी के अनुसार बकायेदारों की सूची।



