रायवाला से लक्सर तक पसरा सन्नाटा, डंपर-ट्रैक्टर थमे, मजदूरों की रोज़ी पर संकट
न्यूज127
गंगा संरक्षण और उसकी निर्मलता को बचाने के लिए जिला प्रशासन ने हरिद्वार में बड़ा कदम उठाया है। रायवाला से लेकर भोगपुर तक फैले 60 स्टोन क्रेशरों पर लाल सील लगाकर उन्हें सीज कर दिया गया है, जिससे पूरे क्षेत्र में खलबली मच गई है।
जिला प्रशासन की अभूतपूर्व कार्रवाई के बाद भवन निर्माण कार्य ठप हो गए हैं, वहीं रेत, बालू और बजरी की किल्लत ने बाजार में कीमतों को उछाल पर ला दिया है।
हरिद्वार लक्सर रोड पर जहां खनन के वाहनों की कतारें और शोर सुनाई देता था, वहाँ अब सन्नाटा और साफ हवा ने जगह ले ली है। डंपर और ट्रैक्टर-ट्रॉली के पहिए कमोवेश पूरी तरह से थम चुके हैं, और प्रदूषण से परेशान लोगों ने राहत की सांस ली है।
लेकिन इस सख्ती का एक और पहलू भी है — सैकड़ों मजदूरों की रोज़ी-रोटी पर संकट खड़ा हो गया है। क्रेशर बंद होते ही उनके घरों के चूल्हे ठंडे पड़ने लगे हैं। क्रेशर क्षेत्रों में जैसे अंधेरा छा गया हो।
प्रशासन की यह कार्रवाई नैनीताल हाईकोर्ट के निर्देशों के अनुपालन में की गई है। पर सवाल यह है कि स्थानीय अर्थव्यवस्था और श्रमिकों के हितों के बीच संतुलन कैसे साधा जाएगा ?
यह बड़ा सवाल है।



