हरिद्वार में मासूम प्रेम कहानी का खौफनाक अंत, नाबालिग प्रेमिका ने रची साजिश : मोहब्बत, धोखा और खौफनाक साजिश की दास्तान
न्यूज127
हरिद्वार में एक 18 वर्षीय युवक दीपक रावत की गुमशुदगी ने जब हत्या का रूप लिया तो परिजनों के पैरों तले ज़मीन खिसक गई। जो बेटा 10 अगस्त की रात मोटरसाइकिल लेकर घर से निकला था, उसकी वापसी शव के रूप में हुई। गंगनहर पुलिस की गहन पड़ताल ने एक ऐसी कहानी उजागर की, जिसमें मोहब्बत, जिद, धोखा और खौफनाक साजिश सब कुछ शामिल था।
गुमशुदगी की शुरुआत
13 अगस्त 2025 को चन्द्रपुरी राणा चौक निवासी पिता ने थाने में तहरीर दी कि उनका 18 वर्षीय बेटा दीपक रावत तीन दिन पहले से लापता है। फोन बंद है और कोई सुराग नहीं मिल रहा। पुलिस ने गुमशुदगी दर्ज की और जांच शुरू की।
प्यार का रिश्ता और टूटन की कड़वी हकीकत
पुलिस ने गुमशुदगी दर्ज की और तलाश शुरू कर दी। पुलिस जांच में सामने आया कि दीपक का प्रेम-प्रसंग मकतूलपुरी निवासी एक नाबालिग किशोरी से था। दोनों शादी करना चाहते थे, परंतु उम्र कम होने के कारण परिजनों ने इंकार कर दिया। इस कारण दीपक ने धीरे-धीरे दूरी बनानी शुरू की। लेकिन किशोरी शादी और रिश्ते पर अड़ी रही।
इसी बीच किशोरी की दोस्ती गाजियाबाद निवासी राजा शर्मा उर्फ सुखविंदर से हो गई। जब राजा को किशोरी के पहले प्रेम-प्रसंग का पता चला तो उसने दीपक को धमकाया — “किशोरी से दूर रहो।”
तनाव और खतरनाक प्लान
दीपक किशोरी से संबंध बनाने पर लगातार दबाव डाल रहा था। किशोरी ने यह बात राजा को बताई। इस पर राजा ने अपने साथियों संग दीपक को ठिकाने लगाने का प्लान बना डाला।
वारदात की रात
10 अगस्त की रात किशोरी ने दीपक को फोन किया और कहा — “मुझे मौसी के घर मोदीनगर छोड़ दो।” दीपक राज़ी हो गया और मोटरसाइकिल पर उसे लेकर निकल पड़ा।
मोदीनगर के पास सुभारती मेडिकल कॉलेज के पास राजा शर्मा अपने दो दोस्तों के साथ मिला। किशोरी ने उन्हें मौसी का पड़ोसी बताकर दीपक को भरोसे में लिया।
इसके बाद चारों युवक गंगनहर पटरी (छोटा हरिद्वार) पहुंचे। रात करीब 1 बजे अंधेरे में, राजा और उसके साथियों ने दीपक का गला दबाकर उसकी हत्या कर दी। निढाल शरीर को गंगनहर में धकेल दिया और दीपक की मोटरसाइकिल लेकर फरार हो गए।
जांच और परतें खुलना
हत्या के बाद राजा शर्मा मुंबई भाग निकला। पुलिस को शक गहराता गया। एसएसपी प्रमेन्द्र सिंह डोबाल ने पुलिस अधीक्षक देहात के नेतृत्व में विशेष टीम बनाई।
व0उ0नि0 अजय शाह और उनकी टीम ने किशोरी से सघन पूछताछ की। आखिरकार किशोरी ने सारा सच कबूल लिया।
गिरफ्तारी और शव बरामद
15 अगस्त को किशोरी की निशानदेही पर पुलिस ने आरोपी मोहसीन को गिरफ्तार कर लिया। किशोरी और मोहसीन की निशानदेही पर पुलिस टीम ने हापुड़ जिले के धौलाना थाना क्षेत्र, देहरा झाल से दीपक का शव बरामद किया। वहां पर पंचायतनामा भरकर पोस्टमार्टम की कार्यवाही कराई गई।
गिरफ्तार / संरक्षण में लिए गए
- नाबालिग किशोरी (17 वर्ष), निवासी मकतूलपुरी, रुड़की।
- मोहसीन पुत्र मोबिन (18 वर्ष), निवासी सीकरी कलां, थाना मोदीनगर, गाजियाबाद।
जबकि मुख्य आरोपी राजा शर्मा उर्फ सुखविंदर और उसका एक अन्य साथी अब भी फरार हैं। उनकी तलाश में उपनिरीक्षक मुनव्वर हुसैन के नेतृत्व में पुलिस टीम मुंबई रवाना की गई है।
पुलिस की भूमिका
सीओ रुड़की नरेन्द्र पंत, एसएचओ गंगनहर आर.के. सकलानी, एसएसआई अजय शाह सहित उपनिरीक्षक नवीन कुमार, मुनव्वर हुसैन, पंकज कुमार, प्रवीण बिष्ट, म0उ0नि0 करुणा रौंकली, अपर उ0नि0 ललिता, हेड कॉन्स्टेबल इसरार, महिला हेड कॉन्स्टेबल बबीता, कॉन्स्टेबल अर्जुन चौहान, अजयवीर, अमित सोलंकी, प्रभाकर, चेतन सिंह, मनमोहन सैनी, लाल सिंह व चमन की टीम ने लगातार मेहनत कर ब्लाइंड मर्डर केस का खुलासा किया।