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गुरुकुल कांगड़ी सम विश्वविद्यालय में कुलपति की कुर्सी संभालने प्रोफेसर हेमलता शुक्रवार को विश्वविद्यालय पहुंची। यहां वह सबसे पहले प्रशासनिक भवन के बाहर चल रहे कर्मचारियों के धरने पर पहुंची। जहां उनका कर्मचारियों ने जोरदार स्वागत किया। गुरूवार को माननीय उच्च न्यायालय ने इस याचिका पर फैसला सुनाते हुए प्रोफेसर हेमलता को ही स्थायी कुलपति की नियुक्ति होने तक कार्यवाहक कुलपति के रूप में कार्य करने के आदेश दिये हैं।
बतादें प्रायोजक संस्थाओं द्वारा उन्हें हटाकर प्रोफेसर प्रभात सेंगर को कार्यवाहक कुलपति की कुर्सी पर बैठाया गया था। प्रोफेसर हेमलता इस निर्णय के खिलाफ उच्च न्यायालय की शरण में गई थी। गुरूवार को माननीय उच्च न्यायालय ने इस याचिका पर फैसला सुनाते हुए प्रोफेसर हेमलता को ही स्थायी कुलपति की नियुक्ति होने तक कार्यवाहक कुलपति के रूप में कार्य करने के आदेश दिये हैं।
पिछले 60 दिन से अपने कार्यालय से दूर रही प्रोफेसर हेमलता शुक्रवार को गुरुकुल कांगड़ी विश्वविद्यालय पहुंची। बताया कि एक समिति का गठन कर पहले कुलपति कार्यालय की वीडियोग्राफी करायी जाएगी उसके बाद वह कुलपति कार्यालय में कामकाज संभालेंगी। कर्मचारियों ने विश्वविद्यालय पहुंचने पर उनका जोरदार अभिनंदन किया। इसके बाद कर्मचारियों ने भी अपने अनिश्चितकालीन धरने को समाप्त कर दिया। शुक्रवार को सभी कर्मचारी अपने विभागों में पहुंचे और सामान्य रूप से कामकाज किया। कर्मचारियों का धरना समाप्त होने के बाद कुलपति हेमलता विश्वविद्यालय के गेस्ट हाउस पहुंची। उनके साथ बड़ी संख्या में कर्मचारी और शिक्षक मौजूद रहे। इस दौरान कर्मचारी यूनियन अध्यक्ष के रजनीश भारद्वाज, महामंत्री नरेंद्र मलिक ने इस आंदोलन की सफलता के लिए सभी कर्मचारियों का और उन संस्थाओं का आभार जताया जिन्होंने इस आंदोलन में उनका साथ दिया।



