न्यूज127, हरिद्वार, 8 अक्टूबर 2025।
सिडकुल क्षेत्र में जबरन उगाही और मारपीट के आरोप में चार पीआरडी जवानों को निलंबित कर दिया गया है। मामला शिकायतकर्ता दिव्यांश की शिकायत पर सामने आया, जिसमें उसने पीआरडी स्वयंसेवक महेश चंद, बीरमपाल, सतीश कुमार और लक्ष्मण सिंह पर जबरन धन वसूली और अभद्रता के गंभीर आरोप लगाए थे। शिकायत के साथ दिव्यांश ने पुख्ता प्रमाण भी जिला युवा कल्याण एवं प्रांतीय रक्षक दल अधिकारी के समक्ष प्रस्तुत किए थे।
जिलाधिकारी मयूर दीक्षित के आदेश पर जिला युवा कल्याण एवं प्रांतीय रक्षक दल अधिकारी प्रमोद चंद्र पांडेय ने प्रकरण की जांच के लिए दोनों पक्षों को 8 अक्टूबर को जिला मुख्यालय बुलाया। सुनवाई के दौरान चारों पीआरडी जवानों ने शिकायतकर्ता के साथ गाली-गलौज और जबरन धनराशि वसूलने की बात स्वीकार कर ली।
प्रमोद चंद्र पांडेय ने बताया कि चारों जवानों का आचरण विभागीय छवि के विपरीत पाया गया है। ऐसे में महेश चंद, बीरमपाल, सतीश कुमार और लक्ष्मण सिंह को 8 अक्टूबर से अग्रिम आदेशों तक निलंबित कर दिया गया है।
निलंबन आदेश में यह भी निर्देश दिए गए हैं कि तीनों पीआरडी जवान—महेश चंद, बीरमपाल और सतीश कुमार—एक सप्ताह के भीतर शपथ पत्र लिखित रूप में अपने क्षेत्रीय युवा कल्याण एवं प्रांतीय रक्षक दल अधिकारी को प्रस्तुत करें। यदि निर्धारित अवधि में शपथ पत्र जमा नहीं किया गया, तो विभागीय कार्रवाई और सख्ती से की जाएगी।
वहीं, पीआरडी जवान लक्ष्मण सिंह को निलंबित करते हुए उनके मूल जनपद पौड़ी गढ़वाल वापस भेज दिया गया है। क्षेत्रीय युवा कल्याण अधिकारी को इस मामले में पीआरडी अधिनियम के तहत आवश्यक कड़ी कार्रवाई सुनिश्चित करने और पूरी जानकारी विभाग को भेजने के निर्देश दिए गए हैं।
जिलाधिकारी मयूर दीक्षित ने स्पष्ट किया है कि अनुशासनहीनता और जबरन उगाही जैसे मामलों में किसी भी स्तर पर रियायत नहीं दी जाएगी।