शुभम हत्याकांड का 72 घंटे में खुलासा, दोस्त ने ही कर दी हत्या




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संवाददाता — देहरादून
रानीपोखरी के शांत इलाके में हुई युवक की हत्या के रहस्य से आखिरकार पर्दा उठ गया है। दून पुलिस ने 72 घंटे के भीतर ब्लाइंड मर्डर मिस्ट्री सुलझाते हुए घटना में शामिल एक युवक को गिरफ्तार कर लिया है। चौंकाने वाली बात यह रही कि हत्या किसी बाहरी ने नहीं, बल्कि मृतक का ही साथी निकला — जो उसके साथ रोज काम करता था

रंजिश बनी मौत की वजह
थाना रानीपोखरी क्षेत्र के शांतिनगर इलाके में 15 अक्टूबर को शुभम पाल उर्फ चुन्नी का शव पुराने सीवर टैंक में मिला था। मृतक के पिता रमेश चन्द्र ने बेटे के लापता होने की रिपोर्ट दर्ज कराई थी और हत्या का संदेह जताया था। मामला दर्ज होते ही पुलिस टीमों ने सीसीटीवी खंगाले, स्थानीय लोगों से पूछताछ की और तकनीकी साक्ष्यों पर फोकस किया।

जांच के दौरान पुलिस को सुराग मिला कि मृतक के साथ काम करने वाला ऋषभ धीमान उर्फ बाबू (उम्र 19 वर्ष) अचानक घटना के बाद से गायब है। पुलिस ने शक के आधार पर उसे हिरासत में लेकर पूछताछ की, तो उसने पूरे वारदात की परतें उधेड़ दीं।

बार-बार मेरा मज़ाक उड़ाता था
पूछताछ में आरोपी ऋषभ धीमान ने बताया कि वह और शुभम एक ही जगह काम करते थे। शुभम अक्सर उसके साथ बदसलूकी करता और सबके सामने अपमानित करता था। उसी रंजिश से तंग आकर उसने शुभम को रास्ते से हटाने की साजिश रची।

14 अक्टूबर की शाम ऋषभ ने शुभम को शराब पीने के बहाने अपने साथ शांतिनगर के पुराने सीवर टैंक के पास बुलाया। उसने माहौल सामान्य दिखाने के लिए अपने दो दोस्तों अशोक और प्रवीण को भी बुलाया। जब दोनों चले गए और शुभम नशे में धुत हो गया, तो आरोपी ने उसे अचानक टैंक में धक्का दे दिया। शुभम जब सरिये में फंस गया, तो ऋषभ ने उसकी टांगें पकड़कर नीचे धकेल दिया — और मौके से भाग निकला।

कपड़े और जूते बने गुनाह के गवाह
घटना के बाद आरोपी घर जाकर कपड़े बदल लिए, लेकिन पुलिस की पैनी नज़र से बच नहीं सका। पुलिस ने आरोपी के कब्जे से हत्या के समय पहने कपड़े और जूते बरामद किए हैं, जिनमें अपराध के स्पष्ट निशान मिले हैं।

गिरफ्तार आरोपी का ब्यौरा
नाम: ऋषभ धीमान उर्फ बाबू, पिता: जितेन्द्र, निवासी: गली नं० 01, शांतिनगर, रानीपोखरी, देहरादून, आयु: 19 वर्ष

थानाध्यक्ष विकेन्द्र चौधरी की टीम
घटना के खुलासे में थाना रानीपोखरी पुलिस टीम की सक्रियता और तकनीकी जांच निर्णायक रही।
टीम में शामिल थे: 1. थानाध्यक्ष विकेन्द्र चौधरी, 2. हे0का0 धीरेंद्र कुमार यादव, 3. का0 रवि कुमार, 4. का0 तेज सिंह, 5. का0 दुष्यन्त, 6. का0 शशिकांत, 7. का0 कर्मजीत, 8. चालक चैनपाल

72 घंटे में पुलिस की बड़ी सफलता
दून पुलिस की त्वरित कार्रवाई और पेशेवर जांच से एक ब्लाइंड मर्डर केस सुलझ गया, जिसने इलाके में सनसनी फैला दी थी। महज़ रंजिश और अहंकार में एक युवक ने अपने दोस्त की जान ले ली — और दून पुलिस ने सटीक सुरागरसी से हत्यारे को बेनकाब कर दिया।