आईजी कुमायूँ रिद्धिम अग्रवाल की पहल से पुलिस बल में सकारात्मक बदलाव




Listen to this article

“मिशन संवाद” बना संवेदनशील पुलिसिंग की नई पहचान

न्यूज127, नैनीताल
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के “सशक्त उत्तराखण्ड” के विजन और आईजी कुमायूँ श्रीमती रिद्धिम अग्रवाल की संवेदनशील पुलिसिंग की सोच का परिणाम “मिशन संवाद” है। जिसने पुलिस बल के भीतर मानसिक स्वास्थ्य, संवाद और परिवार कल्याण की एक नई संस्कृति स्थापित की है।

पुलिस लाइन नैनीताल में 25 एवं 26 अक्टूबर को “संवाद वेलनेस मेला–2025” का आयोजन किया गया, जिसमें कुमायूँ परिक्षेत्र के विभिन्न जनपदों में तैनात पुलिस कर्मियों, उनके परिवारजनों और बच्चों ने उत्साहपूर्वक भाग लिया। मेले में दिल्ली से आए विशेषज्ञ काउंसलरों ने पुलिस कर्मियों के बच्चों (कक्षा 9 से 12 तक) के लिए करियर मार्गदर्शन कार्यशालाएँ आयोजित कीं, जिनमें 250 से अधिक बच्चों ने सहभागिता की।

कार्यशालाओं में बच्चों को भविष्य की दिशा तय करने हेतु आवश्यक टिप्स और प्रेरणादायक सुझाव दिए गए। वहीं अभिभावकों के लिए भी मानसिक स्वास्थ्य, संवाद और पारिवारिक सामंजस्य पर सत्र आयोजित किए गए।

कार्यक्रम के दूसरे दिन कुमायूँ आयुक्त दीपक रावत ने मेले का शुभसमापन करते हुए कहा कि “मिशन संवाद” न केवल पुलिस बल के भीतर स्वस्थ कार्य वातावरण का निर्माण कर रहा है, बल्कि पुलिस कर्मियों के परिवारों में भी मानसिक स्वास्थ्य के प्रति जागरूकता का विस्तार कर रहा है।

उन्होंने कहा कि “वेलनेस मेला – 2025” के माध्यम से स्वास्थ्य, शिक्षा, करियर मार्गदर्शन, मानसिक परामर्श और सामाजिक कल्याण जैसी सेवाएँ एक ही मंच पर उपलब्ध कराई जा रही हैं, जो “समग्र कल्याण और संवेदनशील पुलिसिंग” की अवधारणा को साकार करती हैं।

दीपक रावत ने सुझाव दिया कि इस प्रकार के संवाद और वेलनेस कार्यक्रम अन्य सरकारी विभागों में भी आयोजित किए जाने चाहिए, जिससे कर्मियों की कार्यकुशलता, उत्पादकता और मानवीय जुड़ाव की भावना को बल मिले।
कुमायूँ आयुक्त दीपक रावत ने कहा कि मिशन संवाद केवल एक कार्यक्रम नहीं, बल्कि एक संवेदनशील सोच है — जो यह संदेश देता है कि स्वस्थ मन, सशक्त पुलिस और संवेदनशील समाज ही सुशासन की सच्ची नींव हैं।

आईजी कुमायूँ श्रीमती रिद्धिम अग्रवाल की पहल पर शुरू हुआ “मिशन संवाद” अब तक पुलिस बल में सकारात्मक ऊर्जा का प्रतीक बन चुका है। कार्यक्रम का शुभारंभ 5 जुलाई 2025 को मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी की उपस्थिति में हुआ था, जब पुलिस कर्मियों के मानसिक स्वास्थ्य हेतु एक विशेष मोबाइल एप लॉन्च किया गया था। अब तक 5000 से अधिक पुलिसकर्मी इस एप से जुड़ चुके हैं और 500 से अधिक कर्मियों की व्यक्तिगत काउंसलिंग की जा चुकी है।

अल्मोड़ा, हल्द्वानी, रुद्रपुर, नैनीताल और खटीमा में आयोजित कार्यशालाओं में 900 से अधिक पुलिस कर्मी

वेलनेस मेला में YGROO–A–Social Enterprises “Bumby” के चेयरमैन हिमांशु पवार ने पुलिस कर्मियों को तनाव प्रबंधन, टीम भावना, सकारात्मक सोच और मानसिक संतुलन के व्यावहारिक उपाय बताए। उन्होंने कहा कि “पुलिस केवल कानून-व्यवस्था की प्रहरी नहीं, बल्कि समाज सेवा की अग्रिम पंक्ति है, इसलिए उनका मानसिक रूप से स्वस्थ रहना समाज के लिए भी आवश्यक है।”
इस अवसर पर वरिष्ठ पुलिस
अधीक्षक नैनीताल प्रहलाद नारायण मीणा, एसपी क्राइम डॉ. जगदीश चन्द्र, सीओ लालकुआँ दीपशिखा अग्रवाल, दिल्ली से आए करियर गाइडेंस विशेषज्ञ राजेश मिश्रा, डॉ. डायना चेरियान, सुश्री आरती शंखला व अन्य काउंसलर उपस्थित रहे।