उत्तराखंड के 10 युवाओं से विदेश में नौकरी के नाम लाखों ठगे, मुकदमा दर्ज




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न्यूज 127. देहरादून।
पहाड़ी राज्यों के युवाओं को विदेश में नौकरी का सपना दिखाकर ठगी करने वाले गिरोहों के खिलाफ देहरादून पुलिस ने कड़ा रुख अख्तियार कर लिया है। वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक देहरादून अजय सिंह ने 10 अलग-अलग मामलों की जांच के बाद सभी में अभियोग पंजीकृत करने के निर्देश जारी कर दिए हैं।

फाइनेंशियल फ्रॉड यूनिट की गहन जांच में सामने आया कि आरोपितों ने कुल 19 युवाओं से मिलकर 48 लाख रुपये से अधिक की धोखाधड़ी की है। ये मामले इटली, पोलैंड, जर्मनी, सऊदी अरब, दुबई, न्यूजीलैंड और अन्य देशों में नौकरी या पढ़ाई का झांसा देकर फर्जी वीजा, वर्क परमिट और फर्जी ऑफर लेटर देने से जुड़े हैं।

एसएसपी अजय सिंह ने साफ कहा है कि “युवाओं के भविष्य से खिलवाड़ किसी भी सूरत में बर्दाश्त नहीं होगा। जो भी ऐसे अपराधों में शामिल है, उन पर सख्त कार्रवाई की जाएगी।”

10 प्रकरणों में सामने आई ठगी

केस 1— नितिन पोखरियाल निवासी सैनिक विहार, क्लेमेनटाउन ने Arun Placement Service पर आरोप लगाया कि उन्हें इटली भेजने के नाम पर फर्जी वीजा, टिकट व ऑफर लेटर देकर 3.04 लाख रुपये ठगे गए।

केस 2,3 पोलैंड भेजने के नाम पर लाखों की ठगी
टिहरी गढ़वाल के जितेंद्र और विक्रम सिंह से आशीष रतूड़ी नामक व्यक्ति ने पोलैंड भेजने का वादा कर प्रत्येक से 3.80 लाख रुपये लेकर फर्जी वर्क परमिट थमा दिया।

केस 4— जर्मनी में पढ़ाई का झांसा – 5.15 लाख की धोखाधड़ी
देहरादून निवासी ऋचा वर्मा को Upgrade कंपनी ने जर्मनी की Golden Gate University भेजने का दावा कर 5.15 लाख रुपये की ठगी की।

केस 5— DIHM छात्रों के साथ धोखा – 19.19 लाख हड़पे
देरादून के नलिन मुलानी ने शिकायत की कि विक्रम गुंसाई ने डीआईएचएम छात्रों को विदेश भेजने के बहाने 19.19 लाख रुपये वसूले और फर्जी वीजा थमाए।

केस 6— सऊदी अरब में नौकरी नहीं, उल्टे उत्पीड़न का आरोप
नैनीताल और उत्तरकाशी के दो युवक—राजेंद्र और अनिल—ने अर्शिका खान और आशीष रतूड़ी पर आरोप लगाया कि सऊदी भेजकर नौकरी नहीं दी, बल्कि शारीरिक उत्पीड़न कर धोखाधड़ी की।

केस 7— न्यूजीलैंड भेजने का झांसा – 1.60 लाख की ठगी
रणधीर सिंह नेगी व साथियों से जय किशन नौटियाल ने न्यूजीलैंड भेजने के नाम पर धोखाधड़ी की।

केस 8— दुबई में नौकरी – 52 हजार रुपये की ठगी
धर्मवीर भंडारी ने कैप्टन अनिल नामक व्यक्ति पर दुबई में नौकरी दिलाने के नाम पर 52 हजार रुपये लेने का आरोप लगाया।

केस 9— विदेश में नौकरी का झांसा – 1.40 लाख हड़पे
मोहम्मद शान से मो. बिलाल सिद्दीकी ने विदेश में नौकरी लगवाने का दावा कर 1.40 लाख रुपये ठगे।

केस 10— 4 युवकों से 9.61 लाख ठगे
धन सिंह थापा, मीन बहादुर गुरूंग, सागर थापा और धीरज गुरूंग ने आरोप लगाया कि चित्रा प्रसाद और गुडविन सिंह ने विदेश भेजने के नाम पर करीब 9.61 लाख रुपये हड़प लिए।

फर्जी प्लेसमेंट एजेंसियों पर शिकंजा
फाइनेंशियल फ्रॉड यूनिट की विस्तृत जांच रिपोर्ट के आधार पर इन सभी मामलों में अपराध स्पष्ट पाए गए। एसएसपी देहरादून ने तत्काल प्रभाव से सभी 10 मामलों में एफआईआर दर्ज करने के आदेश जारी कर दिए हैं।

एसएसपी देहरादून की युवाओं से महत्वपूर्ण अपील
विशेषकर पहाड़ी इलाकों के युवाओं को विदेश में नौकरी का सपना दिखाकर ठगी करने वाले गिरोह लगातार सक्रिय हैं। ऐसे में एसएसपी देहरादून ने सभी युवाओं को सतर्क करते हुए चार महत्वपूर्ण सुझाव दिए हैं—
विदेश भेजने वाली किसी भी फर्म/एजेंसी से संपर्क करने से पहले उसकी वैधता भारत सरकार की अधिकृत वेबसाइट पर जांच लें। जॉब लेटर और दस्तावेजों की अनिवार्य वेरिफिकेशन करें। जॉब ऑफर, वर्क परमिट आदि दस्तावेजों को संबंधित विदेशी कंपनी से मेल या अन्य माध्यमों से सत्यापित करें।
वीजा व टिकटों की पुष्टि अवश्य करें
एजेंसी द्वारा दिए गए वीज़ा/टिकट आदि को अधिकृत माध्यमों से वेरिफाई किए बिना कोई भुगतान या आगे की प्रक्रिया न करें।

MEA के Emigrate Portal का उपयोग करें
भारत सरकार के Ministry of External Affairs के Emigrate Portal पर जाकर प्रमाणित Recruiting Agents की जानकारी प्राप्त करें।