नवीन चौहान, हरिद्वार। श्री हनुमान जी बल-बुद्धि के प्रदाता हैं। इनके स्मरण मात्र से ही कष्टों का नाश हो जाता है। सच्चे मन से की गई आराधना कभी निष्फल नहीं जाती। उक्त उद्गार श्री नर्मदेश्वर श्री हनुमान मंदिर के श्रीमहंत आलोक गिरि ने श्री हनुमान जंयती की पूर्व संध्या पर आयोजित शोभायात्रा का शुभारम्भ करते हुए व्यक्त किए।
श्री गिरि ने कहाकि केवल भगवान ही सत्य है। इसके अतिरिक्त संसार में सब कुछ मिथ्या है। भगवान चराचर में व्याप्त हैं। भगवान के चराचर में व्याप्त होने के कारण ही यह मिथ्या संसार सत्य प्रतीत होता है। उन्होंने कहा कि जब भी समय मिले निश्चल भाव से भगवान का स्मरण करना चाहिए। सच्चे मन से की गई प्रार्थना कभी निष्फल नहीं जाती।
इसके पश्चात विशाल शोभायात्रा का श्रीगणेश किया गया। बैंडबाजों के साथ निकाली गई शोभायात्रा में देश भक्ति की मनोरम झलक दिखाई दी। हाथों में तिरंगा लेकर चल रहे बच्चे विशेष आकर्षण का केन्द्र रहे। इसके अतिरिक्त भगवान की सुन्दर झांकियों ने भी सभी का मन मोहा। शोभायात्रा राजविहार कालोनी स्थित हनुमान मंदिर से आरम्भ होकर शहर के प्रमुख मार्गों से होती हुई सांयकाल पुनः मंदिर पहुंचकर सम्पन्न हुई। शोभायात्रा में विशेष रूप से महंत लखन गिरि, महंत दिनेश गिरि, आशुतोष पुरी, महंत रवि वन, विनोद गिरि, महंत अर्जित पुरी, महंत नरेश गिरि, अमर गिरि, द्रोणगिरि, चन्दन गिरि, राजपुरी, अनिल मिश्रा, नितिन चौधरी समेत अनेक गणमान्यों ने सहयोग किया।