नवीन चौहान,
हरिद्वार। जिलाधिकारी दीपक रावत ने आज शहर में गंदे नालों, सीवरेज आदि की शिकायत मिलने पर ऋषिकुल एवं हरकी पैड़ी क्षेत्र का स्थलीय निरीक्षण किया। डीएम ने ऋषिकुल टंकी नम्बर 06 के पास बह रहे नाले का पानी टेपिंग के अभाव में गंगा में बहता पाये जाने व उक्त नाले के पानी को पम्पिंग स्टेशन के माध्यम से जगजीतपुर एसटीपी भेजने के लिए स्टेशन तो बनाया गया परन्तु स्टेशन को वर्किंग भी नहीं रखा गया जिसकी वजह से नाले की स्पलाई गंगा चैनल में होती पायी।
इस पर डीएम ने एई जल संस्थान राजेश कुमार चौहान मायापुर क्षेत्र के विरूद्ध अनुशासनात्मक काईवाई तथा हरिद्वार से अन्यत्र इनका स्थानांतरण किये जाने की संस्तुति शासन की किये जाने बात कही।
भौतिक रूप से जांचने पर जिलाधिकारी ने पाया कि नाले का मात्र टेपिंग स्ट्रक्चर ही निर्मित किया गया, जबकि अधिकारी नाला टैप कर दिये जाने की गलत जानकारी डीएम को दे रहे थे। डीएम ने इन अधिकारियों को फटकार लगाते हुए कहा कि टेपिंग से छूटे नालो टैप किये जाने का कार्य नमामि गंगे योजना के माध्यम से किया जाना है, लेकिन अधिकारी गलत जानकारी देकर सही ढंग से काम होेने में बाधा पहुंचा रहे हैं। उक्त नाला कागजों में टैप हो चुका दर्शाया गया है।
डीएम ने हरकी पैड़ी पर चोटीवाला होटल संचालक द्वारा होटल का गंदा पानी कूड़ा सहित नाली के माध्यम से सीवेज में बहता पाया गया। इस कूड़े की वजह से रोजाना सीवर चोक होकर गटर के उबलने से गंदा पानी हरकी पैड़ी पर फैल रहा था। लोगों द्वारा की गयी शिकायत पर संज्ञान लेते हुए जिलाधिकारी ने उक्त होटल स्वामी पर निगम के माध्यम से 15 हजार का जुर्माना वसूला। साथ ही चेतावनी दी कि दोबारा पाये जाने पर सीज किया जायेगा। डीएम ने निर्र्देश दिये कि नगर निगम से दो कार्मिक हरकी पैड़ी क्षेत्र के होटल आदि की जांच करेंगे कि कहां कूड़ा व गंदगी निस्तारण किया जाय रहा है।