लोकतंत्र के महापर्व पर गौरी मिश्रा की सार्थक पहल, सुने कविता




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नवीन चौहान
देश की विख्यात कवियत्री गौरी मिश्रा ने अपनी मधुर आवाज में मतदाताओं को मतदान करने के लिए प्रेरित किया है। उन्होंने लोकतंत्र को मजबूत बनाए रखने के लिए देश की जनता से अधिक से अधिक मतदान करने का आहवान किया है।
उत्तराखंड के नैनीताल की गौरी मिश्रा विश्व पटल पर साहित्य के क्षेत्र में ख्याति अर्जित कर रही है। राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय मंचों पर कवियत्री गौरी मिश्रा की कविताओं को सुनने के लिए लाखों प्रशंसकों की भीड़ उमड़ती है। श्रंगार रस और हास्य रस की विद्याओं में पारंगत गौरी कविताओं के माध्यम से श्रोताओं का दिल जीत रही है। गौरी मिश्रा ने लोकतंत्र के सबसे बड़े महापर्व पर एक सुंदर कविताओं से मतदाताओं को जागरूक करने का प्रयास किया है। गौरी के प्रशंसकों और उनकी कविता को सुनने के बाद श्रोताओं के मन में अपने मताधिकार का सम्मान करने की पूरी उम्मीद है। गौरी मिश्रा की ये एक सार्थक पहल है। जो उन्होंने अपनी कविता के माध्यम से देश के लोकतंत्र को मजबूत बनाने की दिशा में शुरू की है। गौरी मिश्रा की इस कविता को न्यूज127 अपने पाठकों के लिए लेकर आए है। आप भी इस कविता को सुनने के बाद अपने मतदान केंद्र पर पहुंचकर अपने मताधिकार का प्रयोग करें। आपका अमूल्य वोट देश के लोकतंत्र को महान बनायेंगा और जनता को अपनी सरकार होने का एहसास करायेंगा।

हमारी भारतीयता का हमे सम्मान करना है
बुरा है क्या भला क्या है हमे पहचान करना है,
नही सम्हले तो दुश्वारी सम्भलने ही नही देगी, 
अगर खुशहाल रहना है हमे मतदान करना है !!
      
          @गौरी मिश्रा