नवीन चौहान
हरिद्वार का सबसे पॉश इलाका सबसे मंहगी कॉलगर्ल के मिलने का ठिकाना हैं। जी हां इंटरनेट के जरिए बुकिंग कराने के बाद कॉलगर्ल यहां उतरती है। जिसके बाद लग्जरी वाहन कॉल गर्ल को लेने के लिए पहुंचता है। कॉलगर्ल उक्त वाहन में सवार होकर ग्राहक के ठिकाने पर पहुंच जाती है। जिस्मफरोशी का यह अवैध धंधा पिछले काफी लंबे वक्त से चल रहा है। लेकिन हरिद्वार पुलिस को इसकी कोई भनक तक नही है। सेक्स रैकेट संचालक ने बाकायदा अपनी वेबसाइट बनाकर लोकेशन तक दी हुई है। सेक्स रैकेट संचालक की यही लोकेशन ने उसकी पोल खोल दी।
हरिद्वार का सबसे पॉश इलाका रानीपुर मोड़ का है। रानीपुर में भी चंद्राचार्य चौक एक ऐसा चर्चित चौराहा है। जिस पर कोई भी अंजान व्यक्ति आसानी से पहुंच सकता है। चंद्राचार्य चौक के एक कोने में पुलिस 24 घंटे तैनात रहती है। जबकि दूसरी तरफ प्रेम नगर पुल से आने वाला व्यक्ति आसानी से चंद्राचार्य चौक पर पहुंच सकता है। ऐसे में आपके मन में यह सवाल उठना लाजिमी है कि सेक्स रैकेट का चंद्राचार्य चौक से क्या कनेक्शन है। चलो आपकी जानकारी के लिए बता दे कि चंद्राचार्य चौक हरिद्वार का अतिव्यस्तम इलाका है। इस चौराहे पर किसी को किसी से मिलने और बात करने की फुर्सत नही है। लेकिन अगर किसी अंजान व्यक्ति से मिलना हो तो यहां के होटल के नाम बताकर उसके बाहर खड़ा होने का पता बता दिया जाए। तो दूसरा व्यक्ति आसानी से मिल सकता है। कुछ ऐसा ही कारनामा सेक्स रैकेट सरगना कर रहा है। दिल्ली व दूसरे राज्यों से बुलाई जाने वाली कॉलगर्ल को चंद्राचौक पर आकर खड़े होने का वक्त दिया जाता है। जहां पर तय वक्त में कॉलगर्ल को लेने के लिए ग्राहक भी आसानी से चंद्राचौक पहुंच जाते है। जिसके बाद कार में सवार कारगर्ल ग्राहक के साथ निकल जाती है। हालांकि कॉलगर्ल का भुगतान आन लाइन हो जाता है। तो पैमेंट की भी कोई चिंता नही होती है। जिस्मफरोशी के इस अवैध धंधे को चलाने वाले सरगना की करतूत का खुलासा भी उसी की गलती से हुआ। जिसकी वजह से दूसरे लोग परेशान हो रहे थे। बताते चले कि सेक्स रैकेट संचालक सरगना ने ऑन लाइन मसाल पार्लर की आढ़ में जिस्मफरोशी के धंधे को गति प्रदान करनी शुरू कर दी। इस मसाज पॉर्लर की लोकेशन भी चंद्राचार्य चौक के होटल के समीप की दी गई। कई बार ग्राहक भी मसाज के बहाने कॉलगर्ल की तलाश में ही इंटरनेट पर खोजबीन करते है। ग्राहकों की ये तलाश चंद्राचार्य चौक के होटल तक खीच लाई और पता चला कि होटल संचालक ने ग्राहक को कड़ी फटकार लगाई। ऐसे में सवाल उठता है कि हरिद्वार पुलिस की मुस्तैदी के बावजूद सेक्स रैकेट के अवैध कृत्य किस प्रकार चल पा रहे है। पुलिस का खूफिया तंत्र फेल कैसे हो गया। पुलिस ऑन लाइन सेक्स नेटवर्क का ध्वस्त करने में नाकाम कैसे हो गई।
व्हाट्सएप पर फोटो
व्हाट्सएप पर कॉलगर्ल की फोटो ग्राहक को भेज दी जाती है। जिसके चलते ग्राहक को कॉलगर्ल पहचाने में आसानी होती है। हालांकि ग्राहक अपनी फोटो नही भेजता है। लेकिन कॉलगर्ल को देखते ही ग्राहक उसे पहचान कर वाहन में बैठने का इशारा करता है। जिसके बाद कॉलगर्ल ग्राहक के साथ चली जाती है।