uttarakhand के दो पुलिस कांस्टेबल पर अवैध वसूली करने पर मुकदमा दर्ज




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नवीन चौहान
डीआईजी व एसएसपी अरूण मोहन जोशी ने अवैध वसूली के आरोपों में संलिप्त दो पुलिस कांस्टेबलों पर मुकदमा दर्ज करने के ​आदेश दिए है। व्यापारी करम सिंह सिंह की शिकायत पर दोनों कांस्टेबलों के खिलाफ विकासनगर कोतवाली में मुकदमा दर्ज कर लिया गया है। पुलिस मुकदमे की​ विवेचना में जुट गई है।
राजधानी देहरादून में खाकी ने पुलिस को शर्मसार किया है। ईमानदार डीआईजी अरूण मोहन जोशी ने व्यापारी की शिकायत पर तत्काल एक्शन लिया। विकासनगर कोतवाली में तैनात कांस्टबेल प्रदीप और रमेश रावत ने 31 जनवरी 2020 की रात को विक्रेता करम सिंह के स्टाफ को डरा धमकाकर पैसे लिए थे। जिसकी कारोबारी ने शिकायत डीआईजी अरूण मोहन जोशी से कर दी। शुरवाती जांच में आरोप सही पाए गए। डीआईजी अरुण मोहन जोशी ने घटना पर सख्त नाराजगी व्यक्त करते हुए। मुकदमा दर्ज कर विधिवत जांच करने के निर्देश दिए। जिसके बाद विकास नगर कोतवाली प्रभारी प्रदीप बिष्ट ने तत्काल मुकदमा दर्ज किया। बताते चले कि
सिपाही प्रदीप की पथरिया पीर शराब कांड में भी भूमिका संदिग्ध रही है। लेकिन इस मुकदमे के बाद और बड़ी कारवाई होना तय माना जा रहा है।

पांच सौ की वसूली में नपे
दोनों कांस्टेबलों ने कारोबारी के कर्मचारी से रात्रि में चेकिंग के दौरान पांच सौ रूपये की वसूली की थी। इस मामले को डीआईजी अरूण मोहन जोशी ने गंभीर अपराध की श्रेणी में माना तथा कड़ा एक्शन लिया।
डीआईजी सख्त
डीआईजी अरूण मोहन जोशी बेहद ही ईमानदार और कर्तव्यनिष्ठा के लिए जाने जाते है। वह पुलिस को ईमानदारी से कार्य करने की नसीहत देते रहे है। लेकिन दो कांस्टेबलों ने खाकी पर दाग लगाया है। जिसके चलते डीआईजी अरूण मोहन जोशी के सख्त एक्शन की जांच से उनको गुजरना होगा।