एसएसपी का खुलासा: शिक्षित नौजवान पैंसों की जरूरत के चलते बन गया कातिल




नवीन चौहान
आर्थिक तंगी के चलते एक पढ़ा लिखा नौजवान कातिल बन गया। युवक ने अपनी ही पूर्व मकान मालकिन की गला दबाकर हत्या कर दी। जिसके बाद आरोपी युवक जेवरात लेकर दिल्ली फरार हो गया। पुलिस ने सुरागरसी की और मुस्तैदी दिखाते हुए कातिल तक पहुंच गई। पुलिस ने आशारानी हत्याकांड का पर्दाफाश कर दिया। आरोपी के कब्जे से लूटे गए जेवरात बरामद कर लिए है। पुलिस टीम को आईजी गढ़वाल की ओर से पांच हजार तथा एसएसपी हरिद्वार की तरह से ढाई हजार का ईनाम देने की घोषणा की गई है।
एसएसपी सेंथिल अबुदई कृष्णराज एस ने आशारानी हत्याकांड का खुलासा करते हुए बताया कि 13 फरवरी को आशा रानी की हत्या कर दी गई थी। घटना के संबंध में सुमित बोरा पुत्र स्वर्गीय रोशनलाल बोरा निवासी पहाड़ी बाजार कनखल ने हत्या का मुकदमा दर्ज करा दिया। एसपी सिटी कमलेश उपाध्याय के निर्देशन में पुलिस की चार टीमें गठित कर दी गई। सीओ सिटी अभय प्रताप सिंह पुलिस टीम का मार्गदर्शन करते रहे। पुलिस की चारों टीमों ने घटनास्थल का निरीक्षण करने के बाद से तमाम बिंदुओं पर गहनता से जांच पड़ताल की। मृतका के मोबाइल फोन की डिटेल को खंगाला और उसके संबंधों के बारे में जानकारी जुटाई। जिसके बाद पुलिस टीम ने मुस्तैदी दिखाते हुए हत्याकांड के मुख्य आरोपी विरेंद्र सिंह बिष्ट उर्फ विष्णु उर्फ विशाल पुत्र जगत सिंह बिष्ट निवासी ग्राम बरौली थाना चौखुटिया जिला अल्मोड़ा हाल निवासी महरौली दिल्ली को गिरफ्तार कर लिया।
आरोपी विरेंद्र ने पुलिस टीम को बताया कि उसको पैंसों की सख्त जरूरत थी। इसी के चलते वह अपनी पूर्व मकान मालकिन आशारानी के पास आया। आशा रानी से पैंसे उधार मांगे तो उसने मना कर दिया। जिसके बाद वह गुस्से में आया और गला दबाकर हत्या कर दी। हत्या करने के बाद जेवरात लूटकर दिल्ली भाग निकला। आरोपी ने बताया कि वह साल 2007 से 2009 तक आशारानी का किरायेदार रहा। इस दौरान औद्योगिक क्षेत्र में नौकरी करता था। उसकी एक बहन गुरूकुल कांगड़ी में रहती थी। जिससे मिलने वह अक्सर हरिद्वार आता था। फिलहाल दिल्ली में एक सीए के यहां कार्य कर रहा हूं। पुलिस ने इस पेंचीदा केस की गुत्थी को सुलझाकर राहत की सांस ली है।

हत्याकांड का खुलासा करने वाली टीम

कनखल थाना प्रभारी विकास भारद्वाज,  उप निरीक्षक आनंद मेहरा,  उप निरीक्षक चंद्र मोहन सिंह, उपनिरीक्षक अनीता शर्मा,  उप निरीक्षक संदीप चौहान, सीआईयू प्रभारी उपनिरीक्षक राजीव चौहान,  कॉन्स्टेबल सुनील राणा,  सलीम अहमद, बलवंत सिंह,  मुकेश भादू,  राम महेंद्र तोमर, रणजीत सिंह, नरेंद्र कुमार,  शशि वाला शामिल है



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