नवीन चौहान
उत्तराखंड की बेटी ने प्रदेश का मान बढ़ाया है। प्रदेश के टिहरी जिले के सेमला गांव की बेटी सृष्टि लखेड़ा की फिल्म ‘एक था गांव’ (वंस अपॉन ए विलेज) ने मुंबई एकेडमी ऑफ मूविंग इमेज (मामी) फिल्म महोत्सव के इंडिया गोल्ड श्रेणी में जगह बनाई है। सृष्टि की इस उपलब्धि से प्रदेश का नाम रोशन हुआ है। उत्तराखंड की जनता उन्हें बधाई दे रही है।
सृष्टि लखेड़ा ने अपनी इस फिल्म का गढ़वाली और हिंदी भाषा में बनाया है। फिल्म में पलायन से खाली हुए गांव की कहानी को दर्शाया गया है। बताया जा रहा है कि सृष्टि लखेड़ा की फिल्म का मुकाबला अलग अलग भाषाओं की चार फिल्मों के साथ है। बताया ये भी जा रहा है कि पहले मुंबई फिल्म महोत्सव का आयोजन इसी महीने होना था, लेकिन कोविड संकट के चलते इसका आयोजन अब अगले साल होगा।
सृष्टि का परिवार फिलहाल ऋषिकेश में रहता है। सृष्टि पिछले 10 साल से फिल्म क्षेत्र में काम कर रही है। उत्तराखंड में पलायन की पीड़ा को देखते हुए सृष्टि ने इस पर फिल्म बनाने का निर्णय लिया। यह फिल्म उसने पावती शिवापालन के साथ तैयार की। सृष्टि ने अपने ही गांव को फिल्म में शामिल किया। बताया गया कि पहले उनके गांव में 40 परिवार रहते थे और अब पांच से सात लोग ही बचे हैं। इसी पलायन के दर्द को उन्होंने एक घंटे की फिल्म के रूप में पेश किया है।