माता मंगला के जन्म सप्ताह के उपलक्ष्य में कुलपति द्वारा जौल गांव में शॉल वितरण
नवीन चौहान
हरिद्वार। श्रीदेव सुमन उत्तराखंड विश्विद्यालय के कुलपति डा पीपी ध्यानी द्वारा गोद लिए गए श्रीदेव सुमन की जन्मस्थली जौल गांव को आदर्श गांव बनाने हेतु कवायद शुरू कर दी गई है। कुलपति द्वारा आज बुधवार को जौल गांव में पहुंचकर माता मंगला, हंस फाउंडेशन के जन्म सप्ताह के शुभ अवसर पर स्वयं तथा उनकी पत्नी रेनू ध्यानी के द्वारा गांव की महिलाओं तथा अन्य जरूरत मंदों को शॉल वितरण किया गया। कुलपति ने बताया गया कि हंस फाउंडेशन द्वारा जौल गांव के लिए तथा जरूरतमंदों को देने हेतु विश्वविद्यालय को शॉल उपलब्ध कराई गई थी, जिसको जौल गांव में महिलाओं को तथा अन्य जरूरतमंदों को वितरित किया गया। समस्त ग्रामवासियों द्वारा माता मंगला का आभार किया गया और उनकी दीर्घायु की कामना की गई।
विश्वविद्यालय द्वारा गांव को गोद लिए जाने के बाद से ही कुलपति डा पीपी ध्यानी लगातार गांव के व्यक्तियों से सीधे संपर्क साधे हुए हैं, कुलपति गांव में हर सुविधाओं को उपलब्ध कराने हेतु प्रयासरत हैं। हाॅल ही में कुलपति द्वारा गांव में कोविड 19 के चलते गांव में कभी मास्क वितरण, तो कभी सनिटाईजर वितरित, तो कभी आयुर्वेद विश्वविद्यालय के कुलपति डा सुनील जोशी से वार्ता कर गांव में प्रति व्यक्ति को प्रतिरोधक क्षमता बढाने हेतु आयुष रक्षा किट का वितरण करवाया गया।
कुलपति डा पीपी ध्यानी ने बताया कि गांव में कुर्सी, दरी न होने के कारण गांव को आये दिन काफी परेशानियों का सामना करना पड़ता है तथा किराये पर अन्य जगह से समय समय लिया जाना होता है। कुलपति द्वारा विशेष रूप से संज्ञान लेते हुए ही विश्वविद्यालय के ओर से 25 कुर्सिया तथा एक दरी महिला मंगल दल, जौल गांव को उपलब्ध करायी गई। जिसके लिए गांववासियों ने कुलपति डा पीपी ध्यानी का तथा विश्वविद्यालय का हार्दिक आभार व्यक्त किया गया।
कार्यक्रम में कुलपति के निजी सचिव कुलदीप सिंह नेगी, महिला मंगल दल की अध्यक्ष सुधा बडोनी, सुंदरी देवी, शैला देवी, जशोदा देवी, लक्ष्मी देवी, कांता देवी, कुसुम देवी, बसंती देवी, दिपी उनियाल, विनोद बडोनी, अमित सजवाण, रविंद्र कुमार आदि उपस्थित रहे।