आरोपी राजीव की लुका—छिपी खत्म, अब मिलेगा पीड़िता को इंसाफ
नवीन चौहान
उत्तराखंड पुलिस की नींद उड़ाने वाले आरोपी राजीव की लुका छिपी का खेल खत्म हो गया है। आरोपी राजीव पुलिस के कब्जे में है। पुलिस उससे घटनाक्रम के संबंध में गहनता से पूछताछ कर रही है। आरोपी राजीव ने पुलिस को बताया कि वह गिरफ्तारी के डर से ठिकाने बदल—बदल कर छिपता फिर रहा था। पुलिस को सामने देखा तो गिड़गिड़ाने लगा और माफी मांगने लगा। हालांकि पुलिस आरोपी को हरिद्वार लाने के लिए निकल चुकी है।
बताते चले कि हरिद्वार में मासूम के साथ दुष्कर्म के बाद हत्या करने के घिनौने कृत्य में आरोपी राजीव की तलाश में एसटीएफ, एसओजी व हरिद्वार के समस्त थानों की पुलिस की टीमें यूपी के विभिन्न जनपदों में रवाना की गई थी। पुलिस टीम को आरोपी राजीव के छिपे होने की सबसे अधिक संभावना यूपी के फैजाबाद में होने की लग रही थी। पुलिस को लगा कि वह अपनी ससुराल के आसपास ही होगा। उसकी तमाम लोकेशन को ट्रैस किया जा रहा था। हरिद्वार एसओजी प्रभारी राजीव चौहान ने इस प्रकरण में आरोपी राजीव व उसके परिजनों के सैंकड़ों मोबाइल फोन नंबरों की सीडीआर निकालकर पड़ताल की गई। सीओ मंगलौर अभय प्रताप सिंह और नगर कोतवाली प्रभारी अमरजीत सिंह को यूपी के सुल्तानपुर से सफलता मिली। हालांकि आरोपी राजीव से रास्ते में पूछताछ की जा रही है। जल्द ही इस मुकदमे की विवेचना कर रही आईपीएस अफसर डॉ विशाखा भदाणे आरोपी राजीव से पूछताछ करेंगी। जिसके बाद आरोपी को कोर्ट में पेश किया जायेगा।
डीजीपी अशोक कुमार ने पुलिस का बढ़ाया मनोबल
पुलिस महानिदेशक अशोक कुमार ने अपनी पुलिस का मनोबल बढ़ाकर रखा। शनिवार को पुलिस उप महानिरीक्षक (डीआईजी) गढ़वाल परिक्षेत्र नीरू गर्ग और वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक (एसएसपी) सेंथिल अबुदई कृष्णराज एस के साथ वीडियो कांफ्रेंसिंग के माध्यम से इस प्रकरण की तमाम जानकारी हासिल करने के बाद कार्यवाही की समीक्षा करने के बाद पुलिस का मनोबल बढ़ाया। उन्होंने पुलिस टीम पर भरोसा जताते हुए बताया कि था अपराधी ज्यादा देर तक छिप नहीं सकता। पुलिस किसी भी वक्त पकड़ सकती है। ऐसे में आरोपी राजीव की गिरफ्तारी होने के बाद पुलिस का मनोबल कायम रहा है लेकिन मासूम की मौत से उनकी आंखे नम है।
uttarakhand police की नींद उड़ाने वाले राजीव की गिरफ्तारी के बाद, अब इंसाफ की दरकार



