नवीन चौहान
कोरोना संक्रमण कम होने के साथ ही प्रदेश में कोविड कर्फ्यू में शासन प्रशासन थोड़ी राहत दे रहा है, लेकिन अभी भी कुछ नियम ऐसे हैं उनका पालन करना बेहद जरूरी है। ऐसा ही कोविड की गाइड लाइन का एक नियम ये भी है कि उत्तराखंड में बाहर से आने वाले लोगों को अभी अधिकतम 72 घंटे पहले तक की आरटीपीसीआर रिपोर्ट निगेटिव होने पर ही प्रवेश दिया जाएगा।
इस नियम से उन लोगों को परेशानी हो रही है जो शादी विवाह में अपने रिश्तेदारों के यहां उत्तराखंड आने की तैयारी करें बैठे हैं। कोविड के चलते प्रशासन अभी जो अनुमति दे रहा है उसमें साफ तौर पर कहा गया है कि शादी विवाह समारोह में शामिल होने के लिए आरटीपीसीआर जांच रिपोर्ट होनी जरूरी है। यानि यदि आपकी आरटीपीसीआर जांच रिपोर्ट निगेटिव नहीं है तो आप शादी की दावत में शामिल नहीं हो सकते। इस नियम ने उन लोगों की उम्मीदों पर पानी फेर दिया है जो दावत में आने की पूरी तैयारी करे बैठे थे। शादी में अभी चंद लोगों को ही आने की अनुमति है।
वहीं दूसरी ओर लोगों का कहना है कि एक राज्य से दूसरे राज्य में जाने के लिए किसी अन्य राज्य में आरटीपीसीआर रिपोर्ट अनिवार्य नहीं है, केवल उत्तराखंड में ही यह लागू है। इस समय कोरोना संक्रमण काफी कम है, ऐसे में सरकार को शादी विवाह में आने वालों को नियमों में कुछ राहत देनी चाहिए। सबसे अधिक समस्या उन लोगों को हो रही है जिनकी बारात दूसरे राज्यों से आनी है। ऐसे में दुल्हा पक्ष कह रहा है कि बाराती आरटीपीसीआर जांच कराने को तैयार नहीं है। कुछ लोग ऐसे भी हैं जिनकी रिपोर्ट पांच छह दिन पहले की है लेकिन नियमानुसार रिपोर्ट 72 घंटे से अधिक नहीं होनी चाहिए। ऐसे लोगों का कहना है कि पांच छह दिन पहले यदि रिपोर्ट निगेटिव है तो फिर से टेस्ट कराने की बाध्यता क्यों।
वहीं लड़की वाले भी परेशान है कि इस समस्या का समाधान कैसे हो। बाराती नाराज हो रहे हैं उन्हें कैसे मनाया जाए। रिश्तेदार भी परेशान है कि आरटीपीसीआर जरूरी क्यों, जिन लोगों को वैक्सीन लग चुकी है भले ही वह एक डोज लगी हो उसे बिना जांच रिपोर्ट के ही आने की अनुमति होनी चाहिए। कोरोना पर काबू में पाने के लिए अधिकारियों की मजबूरी है कि वह गाइड लाइन का पालन कराये, यदि ऐसा नहीं किया जाता तो कोरोना संक्रमण पर काबू नहीं किया जा सकता। ऐसे में यदि आपको शादी के लडडू खाने है तो आरटीपीसीआर जांच करानी हीे पड़ेगी। अधिकारियों का कहना है कि नियम जनता के हित के लिए ही बनाए गए है। जिस तरह कोरोना लोगों को अपनी चपेट में ले रहा है उसके चलते जरूरी है कि सभी कोविड नियमों का पालन करें।