नवीन चौहान.
पंजाब में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के काफिलों को रोके जाने की घटना को लेकर भाजपा में उबाल है। भाजपा कार्यकर्ता इस संबंध में जहां विरोध प्रकट कर रही है वहीं ज्ञापन सौंप कर भी कार्यवाही की मांग कर रही है।
पांच जनवरी को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के काफिले को भीड़ द्वारा पंजाब में रोका गया, भाजपा का कहना है कि कांग्रेस सरकार की विफलता के कारण प्रधानमंत्री जी की सुरक्षा में भारी चूक हुई। यह कृत्य पंजाब के मुख्यमंत्री द्वारा राजनीतिक द्वेष की भावना को दर्शाता है और यह एक अत्यंत निंदनीय घटना थी।

आज इस सम्बन्ध में उत्तराखंड के महामहिम राज्यपाल लेफ्टिनेंट जनरल (से. नि.) गुरमीत सिंह को ज्ञापन सौंपा एवं शांतिपूर्ण तरीक़े से कैंडिल मार्च निकालकर विरोध दर्ज किया। इस दौरान दोषियों के खिलाफ सख्त से सख्त कार्यवाही की मांग की गई, जिससे इस तरह की घटना की पुनरावृत्ति न हो सके।
राज्यपाल को ज्ञापन देने वालों में प्रदेश अध्यक्ष मदन कौशिक और सीएम पुष्कर सिंह धामी मुख्य रूप से शामिल रहे।




