अंतर्कलह और कमजोर संगठन बनेगा कांग्रेस प्रत्याशी की हार का कारण




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नवीन चौहान.
चंपावत में हुए उपचुनाव में आज मतगणना हो रही है। अब तक जो रूझान सामने आए हैं उनमें भाजपा प्रत्याशी सीएम पुष्कर सिंह धामी की जीत पक्की दिख रही है।

भाजपा ने दावा किया था कि इस सीट पर भाजपा रिकार्ड मतों से जीत दर्ज करेगी। पार्टी का यह दावा भी पूरा होता दिख रहा है।

वहीं दूसरी ओर इस बार कांग्रेस प्रत्याशी निर्मला गहतोड़ी फरवरी में हुए चुनाव में जितने वोट कांग्रेस प्रत्याशी को मिले थे उतने भी लेती नहीं दिख रही है।

ऐसे में सवाल यही उठ रहा है कि क्या कांग्रेस का वोट भी भाजपा को चला गया। वहीं दूसरी ओर पार्टी की अंदरूनी कलह भी सामने आ रही है।

बताया जा रहा है कि चंपावत उपचुनाव में बेहद कमजोर संगठन के अलावा अंतर्कलह और कई अन्य कारणों ने कांग्रेस की जीत के रास्ते रोक दिए।

खुलकर तो नहीं लेकिन कांग्रेसी नेता स्वयं कह रहे हैं कि पार्टी ने इस चुनाव को अधूरे मन से लड़ा। बड़े नेता प्रचार से दूर रहे।

वहीं दूसरी ओर भाजपा के ताकतवर प्रत्याशी होने के बावजूद संगठन के शीर्ष से लेकर सरकार के कई मंत्री और विधायकों ने गांव-गांव ताकत झोंकी।

पार्टी अपने कार्यकर्ताओं की इसी मेहनत की बदौलत पार्टी दावा कर रही है कि उत्तराखंड में सीएम के उपचुनाव में भाजपा नया रिकॉर्ड बनाएगी।

कांग्रेस प्रत्याशी निर्मला गहतोड़ी खुद कह चुकी है कि उनके साथ धोखा हुआ है, यह धोखा उन्हें अपनों ने दिया है।

चुनाव प्रचार से लेकर मतदान होने तक 90 प्रतिशत वरिष्ठ कार्यकर्ता गायब हो चुके थे। यहां तक की पूर्व सीएम हरीश रावत की रैली की व्यवस्था स्वयं करनी पड़ीं।