नवीन चौहान.
हरिद्वार। भल्ला इंटर कॉलेज कॉलेज प्रकरण को लेकर बेटी बचाओ, बेटी बढाओं की ब्रांड एम्बेसडर डॉ. मनु शिवपुरी एवम् अधिवक्ता पुनीत कंसल द्वारा एक संयुक्त प्रेस वार्ता की गई। प्रेसवार्ता के दौरान उन्होंने कहा कि सभ्य समाज में गलत अध्यापकों के लिए कोई जगह नहीं हैं, जिनके कंधों पर बच्चों के भविष्य को सुनहरा बनाने की जिम्मेदारी हो यदि वो ही अपने अचारण के विपरीत जाकर खुद छात्राओं का शोषण करने में लगे हो, ऐसे अध्यापकों की सही जगह सलाखों के पीछे है।
उन्होंने बताया कि अभी हाल में भल्ला इंटर कॉलेज में एक अध्यापक सुनील कुमार की करतूतोें ने तीर्थनगरी को हिलाकर रख दिया। आरोप हैं कि प्रवक्ता द्वारा अपनी कक्षा की ही दो छात्राओं का मानसिक उत्पीड़न करते हुए शोषण किया। उत्पीड़न से परेशान होकर छात्राओं ने कॉलेज छोड़ने का मन बना लिया। छात्राएं टीसी लेने कॉलेज आयी तो आरोपी शिक्षक ने उन्हें टीसी भी नहीं लेने दी। आरोप है कि प्रधानाचार्य से शिकायत करने पर आरोपी शिक्षक पीड़ित छात्राओं को धमकाने लगा और शिकायत वापस लेने की धमकी देने लगा।
अधिवक्ता पुनीत कंसल एवम् बेटी बचाओ, बेटी बढाओं की ब्रांड एम्बेसडर डॉ. मनु शिवपुरी ने शुक्रवार को प्रेस क्लब हरिद्वार में पत्रकारों से रूबरू होते हुए पूरे घटनाक्रम का खुलासा किया। उन्होंने कहा कि मामला करीब तीन माह पुराना हैं, लेकिन आरोपी प्रवक्ता के खिलाफ कोई एक्शन नहीं हुआ। मामला उनके संज्ञान में आने पर उन्होंने खुद पीडिताओं से मुलाकात करते हुए उनसे पूरी प्रकरण की जानकारी ली। जिसके बाद उन्होंने उत्तराखण्ड के डीजीपी अशोक, एसएसपी अजय सिंह और एसपी सिटी स्वतंत्र कुमार से भी सम्पर्क कर मामले से अवगत कराया।
फिलहाल पुलिस अधिकारियों ने उन्हें भरोसा दिलाया है कि पीडित छात्राओं को न्याय जरूर दिलाया जाएगा। डॉ मनु शिवपुरी एवम् पुनीत कंसल ने बताया कि इस संबंध में मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी को भी पत्र लिखकर मामले से अवगत कराया गया है। जिसके बाद आरोपी प्रवक्ता के
खिलाफ नगर निगम आयुक्त की ओर से एक्शन लिया गया।
उन्होंने बताया कि पीडित छात्राओं ने हिम्मत दिखाकर प्रवक्ता के खिलाफ लिखित में कॉलेज प्रधानाचार्य को शिकायत की थी। जिसपर इस मामले को लेकर तीन-तीन बैठके हो चुकी थी, लेकिन कॉलेज प्रबंधन कोई निर्णय नहीं ले पाया। आरोप हैं कि शिकायत करने की जानकारी पर आरोपी प्रवक्ता ने अपने माध्यम से केस मैनेज करने के लिए कई बार अपने लोगों को शिकायतकर्त्ता छात्राओं के घर पर पहुंचकर उनको शिकायत वापस लेने के लिए धमका चुके थे।
मांग करते हुए कहा कि पुलिस आरोपी शिक्षक को तुरंत गिरफ्तार करे और सारे इलेक्ट्रॉनिक साक्ष्य लेने के लिए आरोपी का मोबाइल और कंप्यूटर जप्त कर फोरेंसिक जांच के लिए भेजे। आरोपी के खिलाफ आईटी एक्ट के तहत धारा बढ़ाने की भी मांग की। प्रेसवार्ता के दौरान एडवोकेट पुनीत कंसल, अर्क शर्मा, संजीव बालियान, दिव्यांश शर्मा आदि मौजूद रहे।