नवीन चौहान, हरिद्वार। गांधी जयंती पर्व पर हरिद्वार के नेशनल हाइवे पर लगने वाले जाम को खुलवाने और हाईवे की व्यवस्था को दुरस्त करने के लिये खुद पुलिस कप्तान कृष्ण कुमार वीके को मोर्चा संभालना पड़ा। सिविल ड्रेस में नीले रंग की शर्ट पहनकर जाम को खुलवाने सड़कों पर आये पुलिस कप्तान को खुद पुलिसकर्मी भी नहीं पहचान पाये। पुलिस कप्तान ने हाइवे पर खड़े होकर यातायात को सुचारु रूप से चलवाया। पुलिस कप्तान को जाम खुलवाता देख ट्रैफिक पुलिस के जवानों में भी जोश आ गया। करीब एक घंटे तक पुलिस कप्तान प्रेम नगर पुल और जाहनवी होटल के सामने हाईवे पर खड़े होकर चार पहिया वाहनों की आवाजाही को सुगम बनाते रहे। इस दौरान कई दो पहिया वाहन चालक कप्तान साहब के समीप से गुजर गये। बाइक सवार कप्तान साहब को पहचान भी नहीं पाये। कप्तान साहब की सादगी का अंदाजा इस बात से लगाया जा सकता है कि कुछ बाइक सवार चालकों ने कप्तान साहब को ही सड़क के किनारे से हटने की सलाह तक दे डाली। कप्तान साहब मुस्कुराते हुये सड़क किनारे से दूसरी ओर हटकर ड्यूटी करने लगे।
गांधी जयंती पर्व पर दिल्ली, हरियाणा और वेस्ट यूपी से आने वाले पर्यटकों की भारी भीड़ हरिद्वार में उमड़ गई। नेशनल हाइवे पर जाम की स्थिति बन गई। शाम करीब आठ बजे जब पर्यटकों की हरिद्वार से वापसी होने लगी तो हाइवे पर जाम लग गया। चार पहिया वाहन रेंग-रेंग कर चलने लगे। जब जाम का पता पुलिस कप्तान कृष्ण कुमार वीके को लगा तो वह खुद जाम खुलवाने के लिये सड़क पर आ गये। प्रेम नगर पुल के तिराहे पर मौजूद ट्रैफिक कांस्टेबल को दिशा निर्देश दिये। खुद कप्तान कांस्टेबल के साथ वाहनों को व्यवस्थित तरीके से गुजारने में जुट गये। इसी बीच सीओ यातायात मनोज कात्यान वहां आ गये। कप्तान कृष्ण कुमार वीके, सीओ यातायात और ट्रैफिक व पुलिस के जवानों ने हाइवे पर वाहनों को पूरे व्यवस्थिति तरीके से निकलवाना शुरू कर दिया। पुलिस कप्तान करीब एक घंटे तक सड़क पर पुलिस जवानों के साथ सड़क पर डयूटी करते रहे। पुलिस कप्तान की इस कर्तव्यनिष्ठा को हमने नजदीक से देखा और अपने कैमरे में कैद कर लिया।
कैमरे और खबरों की सुर्खियों से दूर रहते हैं कप्तान
हरिद्वार। पुलिस कप्तान कृष्ण कुमार वीके कैमरों की नजर और खबरों की सुर्खियों से दूर रहते है। वह मीडिया के बंधुओं का तो दिल से स्वागत करते है पर अपनी प्रशंसा उनको पसंद नहीं है। पुलिस कप्तान 24 घंटे पूरी कर्तव्यनिष्ठा के साथ अपने फर्ज को अंजाम देते है। जनता की शिकायतों और पुलिसकर्मी की समस्याओं को दूर करते है। जब कोई पीड़ित पुलिस कप्तान के आॅफिस में पहुंचता तो वह वहां से संतुष्ट होकर ही लौटता है। पीड़ितों को पूरा इंसाफ मिलता है। यही कारण है कि पुलिस कप्तान कृष्ण कुमार वीके के अब तक के कार्यकाल में पुलिसकर्मियों को सर्वाधिक परेशानियों का सामना करना पड़ा है।
रात में निकलकर करते है थानों की चेकिंग
हरिद्वार। पुलिस कप्तान कृष्ण कुमार वीके देर रात्रि को पुलिस थानों की चेकिंग करते है। कोतवाल, थाना प्रभारियों और चौकियों में तैनात पुलिस की कार्यशैली का निरीक्षण करते है। पुलिसकर्मियों को उनके कर्तव्य का बोध कराते है। लापरवाह पुलिसकर्मियों को दंडित करते है। पुलिसकर्मियों की लापरवाही के कई मामलों में कार्रवाई की गई है। जिसका पता जनता को नहीं चल पाया है।