नवीन चौहान, हरिद्वार। गुरुकुल कांगड़ी विश्वविद्यालय के प्रोफेसर ने ही भौतिक विज्ञान परिसर में तोड़फोड़ कर क्षतिग्रस्त किया है। विश्वविद्यालय की संपत्ति को नुकसान प्रोफेसर पीपी पाठक ने किया है। प्रोफेसर ने ये पूरा काम छात्र संघ अध्यक्ष विक्रम भुल्लर को फंसाने के लिये किया है। ऐसा कहना है छात्र संघ के अध्यक्ष विक्रम का। जबकि गुरुकुल कांगड़ी के कार्यवाहक रजिस्ट्रार इस तोड़फोड़ के लिये छात्र संघ अध्यक्ष व समर्थकों को जिम्मेदार ठहरा रहे है। उनका कहना है कि छात्र नेताओं ने ही इस घटना को अंजाम दिया है। इस सच का पर्दाफाश तो अनुशासन समिति की रिपोर्ट के बाद ही होगा। अनुशासन समिति पूरे प्रकरण की सीसीटीवी फुटेज खंगाल रही है। लेकिन विश्वविद्यालय के कुलपति डॉ सुरेंद्र कुमार रजिस्ट्रार के बयान से पूरी तरह से सहमत है। उन्होंने कहा कि कोई प्रोफेसर अपनी संस्था को खुद नुकसान नहीं पहुंचा सकता है। सीसीटीवी फुटेज के बाद अगली कार्रवाई की जायेगी।
सोमवार को गुरुकुल कांगड़ी विश्वविद्यालय के छात्र संघ अध्यक्ष विक्रम भुल्लर और उसके समर्थकों ने विश्वविद्यालय भवन में जमकर बवाल किया था। कार्यवाहक रजिस्ट्रार को उनके ही भवन में बंधक बना दिया। मेन गेट पर ताले जड़ दिये। जिसके बाद उग्र छात्र नेताओं ने छात्र नेताओं ने पटाखे फोड़े और लाठियों से विश्वविद्यालय के भौतिक विज्ञान भवन के शीशों के गेट को तोड़ दिया। जिसके बाद छात्र नेताओं ने कुलपति डॉ सुरेंद्र कुमार के आवास के बाहर प्रदर्शन कर नारेबाजी की। देर शाम तक ये सिलसिला चलता रहा। विश्वविद्यालय प्रशासन ने छात्रों की समस्याओं को जल्द दूर करने का भरोसा देकर धरना खत्म करा दिया। लेकिन विश्वविद्यालय में उपद्रव मचाने को लेकर विश्वविद्यालय प्रशासन ने कड़ा रुख अख्तिआर कर लिया। पूरे प्रकरण को अनुशासन समिति को सुपुर्द कर दिया। इस मामले में विश्वविद्यालय के क्षतिग्रस्त भवन के नुकसान और अनुशासन हीनता का मामला विचाराधीन है। अनुशासन समिति की रिपोर्ट छात्र नेताओं पर कार्रवाई की दिशा तय करेंगी। वही दूसरी ओर छात्र संघ अध्यक्ष विक्रम भुल्लर तोड़फोड़ करने का आरोप खुद विश्वविद्यालय के एक प्रोफेसर पर ही लगा रहा है। इस झूठ से परदा तो सीसीटीवी की रिपोर्ट के सार्वजनिक होने के बाद ही चल पायेगा।