दीपक चौहान
हरिद्वार पुलिस का एक कांस्टेबल आईपीएस अफसर से ज्यादा इनकम टैक्स भरता है। पुलिस की वर्दी का रौब गालिब कर सिडकुल की कंपनियों में काम हासिल करता है। हरिद्वार से लेकर देहरादून और ऋषिकेश में उसका कारोबार फैला है। इससे भी बड़ी बात कि उसकी रंगीन मिजाजी के चर्चे भी खूब है। कांस्टेबल अपनी पत्नी के नाम पर ठेके लेने में महारथ हासिल है।
उत्तराखंड पुलिस के जवानों को हरिद्वार जनपद खूब रास आता है। हरिद्वार के थानों की पोस्टिंग मलाईदार होती है। इसके अलावा यहां सिडकुल में पैर जमाने का मौका मिलता है। प्रॉपर्टी डीलिंग का धंधा भी खूब चमकता है। ऐसे ही हरिद्वार पुलिस के एक कांस्टेबल की बात करे तो वह बड़ा बिजेनसमैन है। पुलिस की नौकरी तो वर्दी का रौब गालिब करने तक सीमित है। बाकी तो वह अपने कारोबार में पूरी तरह से मशगूल है। पत्नी के नाम से जमीनों की खरीद फरोख्त करते है। है। वही इससे अलग सिडकुल में अपने पैर पूरी तरह से जमाए हुए है। देहरादून, ऋषिकेश में अपने कारोबार की जड़े फैलाई हुई है। कांस्टेबल साहब ने सैकड़ों कर्मचारियों को रोजगार दिया हुआ है। ऐसे में पुलिस की नौकरी तो महज एक बहाना है। असल तो अपने कारोबार को फैलाना है।
आईपीएस अफसर से ज्यादा इनकम टैक्स भरता है कांस्टेबल, वर्दी की आड़ में कारोबार




