डीएवी स्कूल के बच्चों को पुलिस की सलाह संदिग्ध व्यक्ति से दोस्ती करने से बचे, जानिये पूरी खबर




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नवीन चौहान
एसएसपी कृष्ण कुमार वीके ने स्कूली बच्चों को नशे की कुरीतियों से दूर रहने के लिये बच्चों को जागरूक करने की मुहिम शुरू की है। इसी के चलते पुलिस का नारकोटिक्स सेल की टीम ने जनपद के स्कूलों में नशा मुक्ति अभियान शुरू कर दिया है। पुलिस ने कनखल के डीएवी सेंटेनरी पब्लिक स्कूल में बच्चों को नशे की कुरीतियों से दूर रहने के लिये जागरूक किया। बच्चों को नशे के कुप्रभाव को बडी बारीकी से समझाया गया। इस दौरान पुलिस ने मासूम बच्चों के कई सवालों का जबाव भी दिये। संदिग्ध व्यक्ति से दोस्ती करने से बचने की सलाह पुलिस ने दी है।
वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक कृष्ण कुमार वीके ने जनपद के बच्चों को नशे की कुरीतियों से दूर रखने के लिये नशा मुक्ति अभियान शुरू किया है। पुलिस जनपद के तमाम स्कूलों में जाकर बच्चों को लेक्चर देकर बच्चों को जागरूक करेंगी। इसी के अलावा गलत संगति से बचने के लिये भी जागरूक करेंगी। नशे से जीवन में पडने वाले कुप्रभाव के बारे में भी पुलिस बच्चों को समझा रही है। इसी मुहिम को पुलिस ने आगे बढाते हुये डीएवी सेंटेनरी पब्लिक स्कूल के बच्चों को नशे के कुप्रभाव के बारे में बडी बारीकी से बताया। नारकोटिक्स प्रभारी नवीन चंद्र सेमवाल ने अपने अनुभव भी बच्चों से बांटे। उन्होंने बच्चों को बताया कि नशे के कारण किस तरह परिवार बर्बाद हो जाते है। नशे की प्रवृति किसी एक व्यक्ति का जीवन प्रभावित नहीं करती है। नशा करने वाला व्यक्ति अपने पूरे परिवार की शांति को भंग कर देता है। नशा करने वाला व्यक्ति जब नशे की हालत में घर पहुंचता है तो वह पूरे परिवार को तकलीफ देता है। इस नशे की हालत में कई बार वह अपने पूरे परिवार को संकट में डाल देता है। आपके पडोसी अथवा दुश्मन अपना बदला लेने के लिये नशे की लत लगा देते है। जिसके कारण जीवन खराब हो जाता है। नारकोटिक्स सेल के प्रभारी नवीन चंद्र सेमवाल ने बताया कि पुलिस बच्चों को जागरूक कर रही है। बच्चों में इस मुहिम का सकारात्मक प्रभाव दिखाई दे रहा है। डीएवी स्कूल के प्रधानाचार्य पीसी पुरोहित ने भी पुलिस के नशा मुक्ति मुहिम की सराहना की है। उन्होंने कहा कि पुलिस और बच्चों के बीच में निकटता बढती है। बच्चों का भरोसा पुलिस और कानून पर बढता है। जिससे बच्चे पुलिस से दूर जाने की वजाय पुलिस को अपना मित्र समझते है। बच्चों को कानून में सही और गलत का अंतर पता चलता है। जिससे बच्चे गलती करने से बचते है।