नवीन चौहान
हरिद्वार। मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने उत्तराखंड लोकसेवा आयोग के नव निर्मित पांच मंजिला परीक्षा भवन का लोकार्पण किया। करीब 25 करोड़ की लागत से बने इस भवन में करीब 21 सौं अभीयर्थी एक साथ बैठकर परीक्षा दे सकते हैं। इसके अलावा लोकसेवा आयोग के प्रस्तावित कंप्यूटर लैब के लिये दो करोड़ की धनराशि दिये जाने की घोषणा की है।
बुधवार को लोकसेवा आयोग भवन पहुंचे मुंख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने पहले भवन में पूजा अर्चना में भाग लिया। उसके बाद पांच मंजिला भवन का निरीक्षण कर लोकापर्ण किया। उसके बाद आयोजित कार्यक्रम को संबोधित किया। मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने कहा कि नव निर्मित भवन के तैयार होने के बाद लोकसेवा आयोग में आयोजित होने वाली परीक्षाओं में अभीयर्थियों को परेशानी का सामना नहीं करना पडे़गा। एक भवन में एक साथ बैठकर परीक्षायें संपन्न हो जायेगी। इसी के साथ आयोग के कार्यो में गति आयेगी। उन्होंने आयोग पर विश्वास जताते हुये कहा कि सभी परीक्षायें और परिणाम लक्ष्य आधारित होंगे। आयोग का अपना भवन होने से परीक्षा देने वालों को सुगमता होगी। दूसरे राज्यों से आये अभियर्थीयों को परीक्षा केंद्रों के लिये भटकना नहीं पडे़गा। उन्होंने कहा कि आयोग अपने महत्वपूर्ण कार्य को पूरी निष्पक्षता और पारदर्शिता से पूरा करेंगा और जनभावनाओं पर खरा उतरेगा ऐसा हमारा विश्वास है। आयोग अध्यक्ष नरेंद्र सिंह बिष्ट ने बताया कि भवन का शिलान्यास 2009 में पूर्व मुख्यमंत्री रमेश पोखरियाल निशंक द्वारा किया गया था।
भवन की निर्माण लागत, व बैठने की क्षमता की जानकारी देते हुए बताया कि भवन की कुल निर्माण लागत 2478.35 लाख है। इसके एक भवन में 2100 परीक्षार्थियों को एक साथ बैठाकर परीक्षा सम्पन्न करायी जा सकती है। इस अवसर पर आयोग की सदस्य छाया शुक्ला, जयदेव सिंह, संजय सिंह, पूर्व अध्यक्ष लोक सेवा आयोग डा. डीपी जोशी, उत्तराखण्ड संस्कृत विश्वविद्यालय के कुलपति पीयूष कांत दीक्षित, भाजपा जिलाध्यक्ष डा. जयपाल सिंह, उपाध्यक्ष विकास तिवारी, नरेश शर्मा सासंद प्रतिनिधि, ओमप्रकाश जमदग्नि, जिलाधिकारी दीपक रावत, वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक कृष्ण कुमार वीके सहित अनेक गणमान्य लोग उपस्थित थे।