नहीं रही दुनिया की सबसे (sad elephant), 40 साल से थी अकेली




Listen to this article

नवीन चौहान.
फिलीपींस के मनीला चिड़ियाघर में रहने वाली दुनिया की सबसे दुखी हाथिनी का मंगलवार को निधन हो गया। बताया जा रहा है कि विश्व माली या माली के नाम की यह मादा हाथी चिड़ियाघर में अकेली रहती थी। मुख्य पशु चिकित्सक ने बताया कि माली के शव की जांच की गई, जिससे पता चला कि उसे पैनक्रिएटिक कैंसर (Pancreatic Cancer) था।

मीडिया रिपोर्ट के अनुसार 40 साल से अधिक समय तक अकेले रहने वाली माली को परमार्थ संस्था पीपुल फॉर द एथिकल ट्रीटमेंट ऑफ एनिमल्स (पेटा) ने ‘दुनिया का सबसे दुखी हाथी’ करार दिया था। मेयर हनी लकुना ने बताया कि माली की मौत मंगलवार दोपहर पौने चार बजे हुई। उसकी सही उम्र फिलहाल नहीं पता है, लेकिन मौत के समय अंदाजन 43 वर्ष की थी। एक फेसबुक पोस्ट में लकुना ने अपने बचपन की यादें साझा कीं, जब वह चिड़ियाघर घूमने गए थे।

चिड़ियाघर के मुख्य पशु चिकित्सक डॉक्टर हेनरिक पैट्रिक पेना-डोमिंगो ने देखा कि माली एक दीवार से खुद को रगड़ रही थी, जिससे पता चला कि वह दर्द में है। मंगलवार को उसकी हालत बिगड़ गई और वह जोर-जोर से सांस लेते हुए जमीन पर गिर गई। चिकित्सकों ने उसे एंटीथिस्टेमाइंस और विटामिन दिए, लेकिन दोपहर में उसकी मृत्यु हो गई। माली के शव की जांच की गई, जिससे पता चला कि उसे पैनक्रिएटिक कैंसर (Pancreatic Cancer) था।