नवीन चौहान, हरिद्वार। जरायम की दुनिया में खौफ का पर्याय बने कुख्यात सुनील राठी के तिलिस्म को तोड़ने की तैयारी एसएसपी कृष्ण कुमार वीके ने कर ली हैं। उन्होंने सुनील राठी के खिलाफ कई पुख्ता सबूत जुटा लिये है। सुनील राठी जेल में कैद होने के बावजूद कारोबारियों को फोन करके रंगदारी देने की धमकी देता था। धमकी भरे मैसेज हिंदी और अंग्रेजी दोनों भाषाओं में लिखे होते थे। राठी की इन्ही धमकियों से डरे सहमे कारोबारी उससे जेल में मुलाकात करने पहुंच रहे थे। अब जब पुलिस ने केस की पड़ताल शुरू कर दी है तो सुनील राठी के खिलाफ भी पुलिस को सबूत मिल रहे हैं। राठी के हरिद्वार में कई संपर्क सूत्रों की जानकारी पुलिस को मिल गई हैं।
कुख्यात बदमाश सुनील राठी अपराध की दुनिया का बड़ा नाम हैं। राठी के नाम का खौफ कारोबारियों के दिलों में इस कदर समाया है कि पीड़ित पुलिस के पास मदद मांगने तक नहीं पहुंचते है। पुलिस तक शिकायत नहीं पहुंचने के चलते राठी के हौसले दिन प्रतिदिन बुलंद होते चले गये। देखते ही देखते राठी पश्चिमी उत्तर प्रदेश में अपराध के क्षेत्र में एक बड़ा नाम बनकर उभरने लगा। राठी ने वेस्ट यूपी के बाद हरिद्वार को भी अपना गढ़ बना लिया है। हरिद्वार के कारोबारियों को डराना धमकाना और उनके रंगदारी वसूलना उसकी फितरत में शामिल हो गया। लेकिन हरिद्वार जनपद के एसएसपी कृष्ण कुमार वीके ने जनता के दिलों में सुरक्षा का भाव पैदा किया। अपराधियों से मुक्ति दिलाने का भरोसा दिया। जिसके बाद राटी के नाम से धमकाने के मामलों में पीड़ित खुलकर सामने आने लगे। एक के बाद कई मुकदमे सुनील राठी के नाम की धमकी के दर्ज किये गये। पुलिस ने जब इस मुकदमों की गहनता से पड़ताल की तो सबूतों की कड़िया जुड़ती चली गई। पुलिस को कई पुख्ता सबूत सुनील राठी और उसकी मां राजबाला के खिलाफ हाथ लग गये। पुलिस को सुनील राठी के अंग्रेजी और हिंदी भाषाओं में भेजे गये तमाम मैसेज और आवाज की रिकार्डिंग मिल गई। एसएसपी कृष्ण कुमार वीके ने बताया कि पुलिस तमाम सबूतों को जुटाकर पड़ताल कर रही है। राठी और राजबाला के खिलाफ कई सबूत है।
जेल में बंद राठी हिंदी और अंग्रेजी में भेजता था धमकी भरे मैसेज, जानिये पूरी खबर



