नवीन चौहान, हरिद्वार। हरकी पैड़ी पुलिस के चौकी प्रभारी को आई एक मिस्ड कॉल ने एक केस की तफ्तीश को सुलझा दिया। वह मिस्ड कॉल यूपी के बनारस से आई थी। इस मोबाइल नंबर को तस्दीक कराया गया तो छह माह से लापता युवती की खोज कर रही पुलिस को सफलता मिल गई। मानसिक रूप से बीमार युवती परिजनों के पास जाने के लिये भटक रही थी। लेकिन हरकी पैड़ी चौकी इंचार्ज देवेंद्र सिंह रावत ने काफी मेहनत कर उलझी गुत्थी को सुलझा दिया हैं। पीड़ित के परिजनों ने पुलिस के कार्यो की प्रशंसा की है।
हरकी पैड़ी पर परिवार के साथ गंगा स्नान करने आई एक युवती कपडे़ बदलने के लिये चेजिंग रूम में गई। जिसके बाद उस युवती का कोई पता नहीं चला। 9 जुलाई 2017 को परिजनों ने युवती की गुमशुदगी दर्ज करा दी। हरकी पैड़ी पुलिस ने युवती की गुमशुदगी दर्ज कर तलाश शुरू कर दी। लेकिन पुलिस को कोई जानकारी नहीं मिल पाई। एक के बाद एक दो दारोगा युवती को बरामद करने में नाकाम रहे। जिसके बाद केस की जांच बदलकर हरकी पैड़ी चौकी प्रभारी देवेंद्र सिंह रावत को मिली। उन्होंने युवती को बरामद करने के लिये मेहनत शुरू कर दी। इसी दौरान उनके मोबाइल पर एक मिस्ड कॉल आई। उन्होंने मिस्ड कॉल को तस्दीक कराया तो वह यूपी के शांहजानपुर का निकला। देवेंद्र रावत शांहजानपुर में फोन करने वाले व्यक्ति की तलाश में जुट गये। जिसके बाद एक परिवार के पास युवती मिल गई। युवती की मनोदशा खराब बताई गई है। युवती के मिलने के बाद पीड़ित के परिजनों बेहद खुश है। परिजनों ने पुलिस के अथक प्रयासों की सराहना की हैं।
पुलिस को आई एक मिस्ड कॉल तो जानिये फिर क्या हुआ, पढे़ पूरी खबर

