सज्जन पुरूष जिस वस्तु को ग्रहण करते हैं उसका दान भी करते हैं– कालिदास




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नवीन चौहान.
धन का प्रयोग तीन प्रकार से किया जाता है जिसमें दान को सर्वोत्तम माना गया है। त्याग महानता की निशानी होती है। इसलिए हर मनुष्य को अपनी क्षमता के अनुसार दान करते रहना चाहिए। यह एक समृद्ध और सम्पन्न व्यक्ति की जिम्मेदारी भी है।

इसी जिम्मेदारी और सद्भावना को अपने विद्यार्थियों में विकसित करने के लिए बी.एम.एल. मुंजाल ग्रीन मैडोज स्कूल, गंगा ग्रींस हरिद्वार में हमारे संस्थापक पद्मभूषण डॉ. बृजमोहनलाल मुंजाल जी की 100वीं वर्षगांठ और दीपावली के उपलक्ष्य में विद्यालय की ओर से एक दान अभियान की योजना स्वरूप 150 कंबल दान रूप में वितरित किए गए।

हैड मिस्ट्रेस तपस्या राज मक्कर, एच आर मैनेजर विनोद डोभाल ने इस पूरे अभियान का नेतृत्व किया। विद्यालय की शिक्षिकाओं शाजिया अहमद, रावी वशिष्ठ, स्वाति चौहान, अन्य स्टॉफ समेत कक्षा 5, 6 और 7 के विद्यार्थियों ने चिदा नन्द कुष्ट आश्रम चण्डी घाट, हरिद्वार में जाकर ज़रूरतमंद लोगों को कंबल दान किए और सभी का आशीर्वाद प्राप्त किया।

इस आयोजन को सफ़ल बनाने में हैड मिस्ट्रेस तपस्या राज मक्कर, एच आर मैनेजर विनोद डोभाल, सभी शिक्षिकाओं, विद्यालय के स्टाफ सहित सभी अभिभावकों का पूर्ण योगदान रहा।