36 मिनट में पूरी होगी 9 किमी की कठिन चढ़ाई
नवीन चौहान, हरिद्वार
केदारनाथ धाम की कठिन और खड़ी चढ़ाई अब जल्द ही श्रद्धालुओं के लिए आसान होने जा रही है। अदाणी समूह उत्तराखंड में सोनप्रयाग से केदारनाथ धाम तक देश का पहला 3S ट्राइ-केबल रोपवे सिस्टम बना रहा है। लगभग 12.9 किलोमीटर लंबी इस परियोजना से तीर्थयात्रियों की यात्रा न केवल सुविधाजनक बल्कि सुरक्षित और समय की दृष्टि से भी अत्यंत लाभदायक होगी।

गौतम अदाणी बोले — “यह भक्ति और आधुनिकता के बीच सेतु है”
अदाणी समूह के चेयरमैन गौतम अदाणी ने इंस्टाग्राम पर एक वीडियो साझा करते हुए इस परियोजना को “पुण्य कार्य” बताया। उन्होंने लिखा कि
“केदारनाथ धाम की कठिन चढ़ाई अब आसान होगी। अदाणी समूह श्रद्धालुओं की यात्रा को सरल और सुरक्षित बनाने के लिए यह रोपवे बना रहा है। इस पुण्य कार्य का हिस्सा बनना हमारे लिए गर्व की बात है। महादेव सब पर अपनी कृपा बनाए रखें। जय बाबा केदारनाथ!”
उन्होंने कहा कि यह परियोजना सिर्फ एक इंजीनियरिंग उपलब्धि नहीं है, बल्कि भक्ति और आधुनिक बुनियादी ढांचे के बीच एक सेतु है। इससे न केवल श्रद्धालुओं को सुविधा होगी, बल्कि स्थानीय लोगों के लिए भी रोजगार और नए अवसरों के द्वार खुलेंगे।
परियोजना की प्रमुख विशेषताएं
लंबाई: 12.9 किलोमीटर (सोनप्रयाग से केदारनाथ तक)
प्रकार: देश का पहला 3S ट्राइ-केबल रोपवे सिस्टम
निर्माण अवधि: 6 वर्ष
संचालन अवधि: 29 वर्ष (अदाणी एंटरप्राइजेज द्वारा)
यात्रा समय: वर्तमान 8–9 घंटे से घटकर सिर्फ 36 मिनट
क्षमता: प्रति दिशा प्रति घंटे लगभग 1,800 यात्री
केबिन क्षमता: लगभग 35 सीटें, अत्याधुनिक आरामदायक डिजाइन
तकनीक: वैश्विक मानकों पर आधारित उन्नत रोपवे प्रणाली
पर्वतमाला परियोजना का हिस्सा
यह रोपवे परियोजना राष्ट्रीय रोपवे विकास कार्यक्रम — पर्वतमाला परियोजना का हिस्सा है। केंद्र सरकार की इस पहल का उद्देश्य देश में रोपवे नेटवर्क का विस्तार, पर्वतीय क्षेत्रों में संपर्क बढ़ाना, और सतत पर्यटन को प्रोत्साहित करना है।
परियोजना से न केवल केदारनाथ धाम की यात्रा सुगम होगी, बल्कि स्थानीय अर्थव्यवस्था, रोजगार, और पर्यटन उद्योग को भी बड़ा लाभ मिलेगा।
अदाणी समूह को मिला Letter of Award (LoA)
करीब एक महीने पहले अदाणी एंटरप्राइजेज लिमिटेड (AEL) को इस परियोजना के निर्माण के लिए राष्ट्रीय राजमार्ग लॉजिस्टिक्स प्रबंधन लिमिटेड (NHLML) से लेटर ऑफ अवार्ड (LoA) प्राप्त हुआ था। इसके बाद कंपनी ने ग्राउंड वर्क शुरू कर दिया है।
आस्था और पर्यावरण में संतुलन पर फोकस
उत्तराखंड के पर्वतीय इलाकों की संवेदनशील पारिस्थितिकी को ध्यान में रखते हुए, अदाणी समूह ने परियोजना में पर्यावरणीय संरक्षण और स्थायी विकास पर विशेष बल दिया है। कंपनी का कहना है कि परियोजना से आस्था, सुविधा और प्रकृति के बीच संतुलन बनाए रखते हुए विरासत और श्रद्धा की भावना को और सशक्त किया जाएगा।
केदारनाथ रोपवे से क्या होगा लाभ?
तीर्थयात्रियों को सुरक्षित, तेज और आरामदायक यात्रा सुविधा
बुजुर्गों, महिलाओं और बच्चों के लिए यात्रा होगी सहज
पर्यटन में तेजी और स्थानीय व्यवसायों को बढ़ावा
निर्माण व संचालन में हजारों लोगों को रोजगार
प्रदेश की अर्थव्यवस्था और इंफ्रास्ट्रक्चर को मजबूती