एसआर मेडिसिटी अस्पताल में मरीज की मौत के बाद हंगामा, तोड़फोड़ व मारपीट; पुलिस ने संभाला मोर्चा




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न्यूज127, हरिद्वार
शहर के प्रतिष्ठित एसआर मेडिसिटी अस्पताल में शनिवार देर रात उस समय तनावपूर्ण स्थिति उत्पन्न हो गई जब एक मरीज की मौत के बाद परिजनों और स्थानीय लोगों ने अस्पताल परिसर में जमकर हंगामा किया। इस दौरान अस्पताल में तोड़फोड़ की गई, चिकित्सा उपकरण क्षतिग्रस्त कर दिए गए, स्वास्थ्यकर्मियों के साथ मारपीट की गई और उपचार कार्य में गंभीर बाधा उत्पन्न हुई। भारी संख्या में पुलिस बल और प्रशासन के अधिकारियों ने मोर्चा संभाला। मृतकों के परिजनों को समझाने का प्रयास किया गया। पुलिस ने मृतक के शव का पोस्टमार्टम कराकर कानूनी कार्यवाही करने का भरोसा दिया है।
शनिवार को सानिया 18 साल पुत्री गुलबहार निवासी ज्वालापुर की हॉस्पिटल में मौत हो गई। उसकी मौत की खबर सुनते ही परिजन आक्रोषित हो गए। परिजनों ने हॉस्पिटल प्रबंधन पर लापरवाही का आरोप लगाना शुरू कर दिया। कुछ ही देर में मृतकों के परिजनों की ओर से बड़ी संख्या में लोगों का हॉस्पिटल पहुंचना शुरू हो गया।
हॉस्पिटल के चेयरमैन डॉ. एसके. मिश्रा ने बताया कि मरीज सानिया को शुक्रवार रात लगभग 10 बजे तेज बुखार, प्लेटलेट्स की अत्यधिक कमी, बहु-अंग विफलता (MOF), सांस लेने में कठिनाई और चेहरे पर सूजन जैसी गंभीर लक्षणों के साथ अस्पताल में भर्ती किया गया था।
डॉ. मिश्रा ने बताया कि मरीज की स्थिति प्रारंभ से ही नाजुक और गंभीर थी। परिजनों को रोग-निदान (प्रोग्नोसिस) की जटिलता से अवगत कराते हुए तत्काल उपचार शुरू किया गया। शनिवार सुबह की मेडिकल राउंड के दौरान प्लेटलेट्स की संख्या अत्यंत कम पाई गई, जिसके चलते प्लेटलेट्स ट्रांसफ्यूजन की सलाह दी गई। साथ ही मरीज की गंभीर स्थिति को देखते हुए आईसीयू शिफ्ट या हायर सेंटर रेफर करने की सलाह दी गई। उन्होंने बताया कि परिजनों की सहमति के बाद मरीज को उच्च चिकित्सा केंद्र के लिए रेफर कर दिया गया। लेकिन इसके बाद, लगभग 30 से 40 लोगों की भीड़ अचानक अस्पताल पहुंची और हंगामा करने लगी। भीड़ ने चिकित्सा उपकरणों को नुकसान पहुंचाया, स्टाफ के साथ मारपीट की और अस्पताल की संपत्ति को गंभीर क्षति पहुंचाई।
अस्पताल प्रबंधन द्वारा तुरंत पुलिस को सूचना दी गई। सूचना मिलते ही पुलिस और प्रशासनिक अधिकारियों ने मोर्चा संभाला, स्थिति को नियंत्रण में लाया गया और अस्पताल परिसर में सुरक्षा व्यवस्था सुदृढ़ की गई। डॉ एसके मिश्रा ने बताया कि परिजन मरीज को लेकर हॉस्पिटल से करीब 4 बजे हायर सेंटर के लिए चले गए थे। मरीज की प्लेटलेटस बहुत कम थी। रास्ते में उसकी मृत्यु हो गई। लेकिन अचानक भीड़ हॉस्पिटल पहुंची और हंगामा शुरू कर दिया।
एसडीएम जितेंद्र सिंह, तहसीलदार व मुख्य चिकित्सा कार्यालय से पहुंचे अधिकारियों ने मृतक सानिया के इलाज की हिस्ट्री का अवलोकन किया। परिजनों को कानून के तहत कार्यवाही करने का भरोसा दिया। अस्पताल में लगे सीसीटीवी फुटेज की डीबीआर को कब्जे में ले लिया गया है।