करोड़ों की बैंकिंग और ऑनलाइन ठगी करने वालों से हो गई चूक, जुआ खेलते पकड़े गए तो किये चौंकाने वाले खुलासे




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नवीन चौहान.
बैंकिंग और आनलाइन ठगी की घटनाओं को अंजाम देने वाले शातिर ठगों को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया। पुलिस के अनुसार मुखबिर द्वारा सूचना प्राप्त हुई कि कुछ लोग जो शातिर किस्म के ठग हैं और बैंकिंग तथा ऑनलाइन ठगी की घटनाओं को अंजाम देते हैं जो अभी फिलहाल सोनाली पुल के पास बगीचे में जंगल की तरफ जुआ खेल रहे हैं।

पुलिस के मुताबिक इस सूचना पर उप निरीक्षक विनोद रावत मय पुलिस बल के कोतवाली रुड़की क्षेत्र अंतर्गत नहर पटरी सोनाली पुल की तरफ जाने वाले रास्ते से बगीचे में सार्वजनिक स्थान पर जुआ खेलते हुए 5 अभियुक्तों को गिरफ्तार किया। जिनके नाम पुलिस ने सचिन पुत्र रोशनलाल निवासी मोहल्ला अफगानान, पूर्वी दीपक मेडिकल स्टोर के पास, सरसावा, सहारनपुर, उत्तर प्रदेश, धूम सिंह पुत्र धर्मपाल निवासी नगला खारी, कुतुब शेर, सहारनपुर, उत्तर प्रदेश, अजय कुमार पुत्र मांगेराम निवासी गली नंबर 2 लक्सर, जनपद हरिद्वार, मांगेराम पुत्र रामशरण निवासी तेलीपुरा थाना सरसावा, जिला सहारनपुर, उत्तर प्रदेश और लोकेंद्र पुत्र पाला निवासी पुरानी बाईपास झिंझाना, जनपद शामली, उत्तर प्रदेश बताए।

इनके कब्जे से 52 पत्ती ताश व 6400 रूपये नगदी व मोबाइल फोन बरामद हुये। बरामदगी के आधार पर अभियुक्त गणों के विरुद्ध कोतवाली रुड़की पर मुकदमा अपराध संख्या 587/21 धारा 13 जुआ अधिनियम पंजीकृत किया। पकड़े गए अभियुक्तगणों से थाने में पूछताछ की गई तो अभियुक्त मांगेराम उपरोक्त ने बताया कि मैं अपने दोस्तों लोकेंद्र, धूम सिंह, सचिन, अजय, नीटू आदि के साथ संगठित होकर बैंक कर्मियों से संपर्क करते हैं तथा सांठगांठ कर लोगों के बैंक खातों की जानकारी इकट्ठा करते हैं, जिनके खातों में भारी धनराशि होती है उनके ऑनलाइन जाली/ब्लैंक चेक स्कैन कर लेते हैं तथा बैंकों से ऑनलाइन पैसे ट्रांसफर कर लेते हैं।

अपने शौक पूरे करने के लिए पैसे ऐंठने का कार्य करते हैं। हमने पहले भी योजनाएं बनाकर बड़ी-बड़ी पार्टियों के बैंक खातों से चैक व अन्य साधनों से पैसे ट्रांसफर किए हैं। बैंक ग्राहकों के खातों की जानकारी तथा अन्य डिटेल हमें रामस्वरूप कंडारा निवासी बीकानेर राजस्थान जो बैंक ऑफ इंडिया का कर्मचारी है हमें देता है, इसके बाद हम उन डिटेल को हमारे गिरोह के अन्य लोगों सलीम पाशा जो बंगलुरु का रहने वाला है को भेज देते हैं। सलीम पाशा ऑनलाइन ठगी का सारा काम देखता है। सलीम पाशा तथा ऑनलाइन ठगी के संबंध में मेरे पास अधिक जानकारी नहीं है क्योंकि इस मामले में मैं अभी नया-नया हूं, कुछ जानकारियां मेरे मोबाइल में है ज्यादा जानकारी आपको सलीम पाशा वह गिरोह के अन्य लोगों से मिल सकती है।

पूछताछ में बताया कि हमने एक घटना हाल ही में दिल्ली के तिलक नगर थाना क्षेत्र में की थी जिसके खाते में लगभग दो से ढाई करोड़ रुपए थे। खाता धारक का नाम राजेश्वर स्वरूप भटनागर था एक बैंक खाता हमारे निशाने पर और था जो किरण जैम मुंबई की कंपनी का था। जिसमें हमारे द्वारा अरबों करोड़ों रुपए का फ्रॉड करने की योजना थी। इसके अलावा हम लोग, लोगों को नौकरी का झांसा देकर अपने जाल में फंसा कर पैसे एठने का काम भी करते हैं। गिरोह का नेतृत्व मेरे व मेरे पश्चात रजनीश जो केड़ी थाना भवन शामली का रहने वाला है के द्वारा किया जाता है।

बताया कि रजनीश जो हमारे गिरोह का सदस्य है उसके द्वारा एक मीटिंग रुड़की में रखी गई थी जिस में सम्मिलित होने के लिए हम सभी लोग रुड़की आए हुए थे। जहां हमारी मदद रजनीश कर रहा था, टाइम पास करने के लिए हम लोग बाग में बैठकर पैसों की बाजी लगाकर ताश खेल रहे थे तभी पुलिस ने हमें आकर पकड़ लिया।

ठगों को गिरफ्तार करने वाली पुलिस टीम
Siविनोद रावत
C,81 विनोद चपराना
C,225 भीम दत्त
C,1460 अनिल वर्मा
C,167 लईक अहमद