निशंक के चुनावी सारथी बनेंगे मदन, रिकार्ड मतों से जीतने का दावा




Listen to this article

वीन चौहान,

निशंक का शाब्दिक अर्थ जहां किसी भी प्रकार की शंका न हो और मदन श्री कृष्ण का पर्याय है। इस कारण जहां स्वंय मदन हों वहां राह निष्कंटक होना लाजमी है। इस चुनावी समर में हरिद्वार लोकसभा सीट से भाजपा प्रत्याशी डा. रमेश पोखरियाल निशंक के सारथी केबिनेट मंत्री मदन कौशिक होंगे। जहां स्वंय मदन मार्गदर्शन करेंगे वहां जीत स्वाभाविक है। लोकसभा चुनाव से पूर्व ही मदन के निशंक का सारथी बनने से हरिद्वार में भाजपाई खासे उत्साहित हैं और मदन कौशिक रिकार्ड तोड़ मतों से जीत दिलाने का दावा कर रहे हैं। मदन कौशिक ने बताया कि वह चुनावी रथ को लेकर आगे बढ़ेगें और भाजपा प्रत्याशी डा. रमेश पोखरियाल निशंक को भारी बहुमत से जीत दिलाकर दोबारा लोकसभा भेजेंगे।
बता दें कि हरिद्वार सीट पर भाजपा का दबदबा रहा है। 2014 के लोकसभा चुनावों में भाजपा प्रत्याशी निशंक ने पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत की पत्नी कांग्रेस प्रत्याशी रेणूका रावत को करारी शिकस्त दी थी। चुनाव जीतने के बाद निशंक क्षेत्र में सक्रिय रहे। दो वर्षों से उन्होंने अपनी संक्रियता को अधिक बढ़ा दिया था। साल 2019 के लोकसभा चुनाव में किस्मत आजमाने के लिए भाजपा से टिकट पाने के लिए कई नेताओं ने अपनी दावेदारी पेश की थी, किन्तु आलाकमान ने निशंक पर पुनः भरोसा जताते हुए उन्हें प्रत्याशी घोषित किया। निशंक के नाम की घोषणा होने के बाद कई खेमों में बंटी भाजपा एकजुट नजर आने लगी। वहीं केबिनेट मंत्री मदन कौशिक ने निशंक के चुनावी रथ की कमान संभाल ली है। निशंक ने मदन को अपना चुनावी सारथी बनाकर मतदान से पूर्व ही चुनाव में बढ़त बना ली है। हरिद्वार भाजपा का गढ़ है। मदन कौशिक की हरिद्वार के संत समाज और सभी वर्गों के लोगों में खासी पकड़ है। मदन कौशिक हरिद्वार सीट से चार बार के विधायक और दो बार उत्तराखण्ड सरकार में केबिनेट मंत्री रहे हैं। वर्तमान में भी वह शहरी विकास मंत्री का जिम्मा संभाल रहे हैं। वहीं हरिद्वार लोकसभा सीट के 14 विधायकों में कमोबेश सभी विधायकों से निशंक की खासी नजदीकी है और विधानसभा चुनावों में निशंक ने सभी विधायकों के लिए कड़ी मेहनत भी की थी। ऐसे में मदन का साथ आना निशंक के लिए सोने पर सुहागा माना जा रहा है। जिस प्रकार से भाजपा ने एकता दिखाई और सबको साथ लेकर चुनाव मैदान में उतरी उससे विपक्षियों के हौंसलों को भाजपा ने चुनाव से पूर्व ही ध्वस्त कर दिया है।