विधानसभा चुनाव नजदीक तो भाजपा के मंत्री और विधायकों को कार्यकर्ताओं के सम्मान की चिंता




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नवीन चौहान
विधानसभा चुनाव की समय सीमा के नजदीक आते ही भाजपा के मंत्रियों और विधायकों को अपने कार्यकर्ताओं के सम्मान की चिंता सताने लगी है। भाजपा कार्यकर्ताओं की समस्याओं के निस्तारण के लिए सम्मेलन आयोजित कराए जा रहे है। लेकिन जब कार्यकर्ताओं ने अपनी समस्याओं का पुलिंदा सौंपा तो अधिकारी भी दंग रह गए। कार्यकर्ताओं की समस्या ऐसी जो अधिकारियों के सिर के ऊपर से गुजर गई। विधायकों ने मादक पदार्थो की तस्करी की रोकथाम की आवाज बुंलद की। तो किसी ने सीपीयू के चेकिंग अभियान के अस्तित्व पर सवाल उठा दिया। एक कार्यकर्ता ने तो 3800 रूपये के बिजली के बकाया बिल राशि पर कनेक्शन काटने को लेकर बड़ी समस्या बताया। अब अगर कार्यकर्ताओं की समस्या का निराकरण किया जाए तो सीपीयू चेकिंग करना छोड़ दे। पुलिस अवैध खनन के वाहनों को बंद करना छोड़ दे। बिजली विभाग बकाया राशि वसूलना छोड़ दे। आखिरकार विभागीय अधिकारियों पर यह किस प्रकार का दबाब है। अधिकारी खुद असमंजस में है। लेकिन सबसे बड़ी बात यह रही कि विधायक संजय गुप्ता ने जिलाधिकारी सी रविशंकर के कार्यशैली की खुले मंच से प्रशंसा की। उन्होंने कहा कि जिलाधिकारी बहुत अच्छा कार्य कर रहे है लेकिन अधिकारी जनसमस्याओं का निराकरण नहीं करते है
जी हां कुछ ऐसा नजारा जनसमस्या निस्तांतरण बैठक के दौरान देखने को मिला। कार्यक्रम तो जनता की समस्याओं के निस्तांतरण का था। लेकिन कार्यक्रम में मौजूद तमाम भाजपा कार्यकर्ताओं के अधिकारियों के फोन ना उठाना और कार्यकर्ताओं को सम्मान दिलाना प्रमुख मुददा रहा। केबिनेट मंत्री सतपाल महाराज ने भी मंच से अधिकारियों को निर्देशित किया कि कार्यकर्ताओं के फोन को सुना जाए। अगर आप मीटिंग में व्यस्त है तो बाद में फोन किया जाए। कार्यकर्ताओं के सम्मान से खिलबाड़ उचित नही है। आखिरकार इस सरकारी बैठक के आयोजन का उददेश्य सिर्फ भाजपा कार्यकर्ताओं को अधिकारियों से सम्मान दिलाना था। अगर सम्मान ही दिलाना था ​गत चार सालों से कार्यकर्ताओं की याद क्यो नही आई। चूंकि चुनावी साल नजदीक है। विधायकों को एक बार फिर मैदान में ​किस्मत आजमानी है। कार्यकर्ताओं को ही साथ लेकर चुनाव प्रचार में उतरना है। ऐसे में कार्यकर्ताओं की नाराजगी नेताओं को भारी ना पड़ जाए। कार्यकर्ता चुनाव प्रचार में जाने की वजाय अपने घरों पर ना बैठ जाए। इसीलिए इस बैठक का आयोजन कर कार्यकर्ताओं के मान सम्मान और प्रतिष्ठा के लिए बैठक का आयोजन किया गया।