News 127.
उत्तराखंड राज्य स्थापना की रजत जयंती के अवसर पर गोविन्द वल्लभ पंत कृषि एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय, पंतनगर में आयोजित कृषि गोष्ठी एवं विशाल कृषि प्रदर्शनी का मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने शुभारंभ किया। लोहिया हेड मैदान में आयोजित इस प्रदर्शनी में विश्वविद्यालय, कृषि विभाग, वैज्ञानिक संस्थानों व विभिन्न निजी संगठनों द्वारा लगाए गए स्टॉलों का मुख्यमंत्री ने निरीक्षण किया और इसे किसानों के लिए अत्यंत उपयोगी बताया। उन्होंने कहा कि ऐसे आयोजन किसान की सोच, तकनीक और उत्पादन क्षमता को नई दिशा देते हैं।
कृषि गोष्ठी को संबोधित करते हुए मुख्यमंत्री पुष्कर धामी ने कहा कि किसान हमारा अन्नदाता है, और समृद्ध किसान ही समृद्ध प्रदेश का आधार है। उन्होंने पंतनगर विश्वविद्यालय को हरित क्रांति की जन्मस्थली बताते हुए कहा कि यहां निरंतर किए जा रहे अनुसंधान और नवाचारों का लाभ सीधे तौर पर किसानों तक पहुंच रहा है। मुख्यमंत्री ने किसानों से उन्नत बीज, आधुनिक तकनीक, वैज्ञानिक पद्धतियों और विविध कृषि आधारित गतिविधियों को अपनाकर उत्पादन एवं आय बढ़ाने का आह्वान किया। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार किसानों और सैनिकों की सरकार है और किसानों की हर समस्या का समाधान प्राथमिकता से किया जा रहा है।
मुख्यमंत्री पुष्कर धामी ने कहा कि कृषि के साथ पशुपालन, मत्स्य, कुक्कुट, रेशम और शहद उत्पादन जैसे व्यवसाय किसानों को अतिरिक्त आय दिला सकते हैं। उन्होंने राज्य सरकार द्वारा चलाई जा रही सभी किसान-केंद्रित योजनाओं का लाभ लेने की भी अपील की। उन्होंने यह भी बताया कि राज्य के इतिहास में पहली बार गन्ने के समर्थन मूल्य में ₹30 प्रति क्विंटल की ऐतिहासिक वृद्धि कर किसानों को बड़ी राहत दी गई है। मुख्यमंत्री ने किसानों को गन्ने का रकबा बढ़ाने और अधिक उत्पादन करने के लिए प्रेरित किया।
कार्यक्रम के दौरान मुख्यमंत्री ने रीप परियोजना के तहत स्वयं सहायता समूह की महिलाओं को छह ई-रिक्शा प्रदान किए। कृषि विभाग के दो प्रगतिशील किसानों को 49,750 की अनुदान राशि के चेक वितरित किए गए। इसके साथ ही 1000 किसानों के लिए निर्धारित कृषक किटों में से पाँच किट सांकेतिक रूप से किसानों को सौंपे गए। इस अवसर पर किसानों ने गन्ना मूल्य बढ़ोतरी के लिए मुख्यमंत्री का गर्मजोशी से स्वागत किया और आभार व्यक्त किया।
इस अवसर पर महापौर दीपक बाली, खटीमा नगर पालिका अध्यक्ष रमेश चंद्र जोशी, नानकमत्ता के प्रतिनिधि प्रेम सिंह टूरना, पूर्व विधायक डॉ. प्रेम सिंह राणा, दान सिंह रावत, कुलपति डॉ. मनमोहन सिंह चौहान, जिलाधिकारी नितिन सिंह भदौरिया सहित बड़ी संख्या में अधिकारी, जनप्रतिनिधि और किसान उपस्थित रहे।



