न्यूज 127. देहरादून।
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने आज दोपहर सचिवालय से सीधे आईएसबीटी देहरादून पहुंचकर वहां की व्यवस्थाओं का औचक निरीक्षण किया। मुख्यमंत्री के अप्रत्याशित दौरे से प्रशासनिक अमले में हड़कंप मच गया। उन्होंने परिसर की स्वच्छता, यात्रियों की सुविधा, परिवहन प्रबंधन, टिकटिंग व्यवस्था एवं सुरक्षा तैयारियों का बारीकी से निरीक्षण किया।
निरीक्षण के दौरान सीएम पुष्कर धामी ने परिसर में फैली गंदगी और उपेक्षा पर कड़ा आक्रोश व्यक्त किया। उन्होंने साफ कहा कि आईएसबीटी जैसे राज्य के प्रमुख परिवहन केंद्र में गंदगी और अव्यवस्था किसी भी हाल में स्वीकार नहीं की जाएगी। गंदगी देखकर मुख्यमंत्री स्वयं झाड़ू लेकर सफाई में जुट गए और अधिकारी व कर्मचारियों को स्पष्ट संदेश दिया कि स्वच्छता अभियान कागजों पर नहीं, जमीन पर दिखना चाहिए।
एमडीडीए और परिवहन विभाग को फटकार
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने परिवहन विभाग और एमडीडीए को निर्देश दिए कि पूरे परिसर की नियमित सफाई सुनिश्चित की जाए, हर स्थान पर स्वच्छता संबंधी सूचना पट लगाए जाएँ। यात्रियों को धूल, कचरा और प्रदूषण से मुक्त वातावरण मिले।
उन्होंने एमडीडीए उपाध्यक्ष बंशीधर तिवारी को विशेष रूप से आदेश दिया कि प्रभावी कार्ययोजना तैयार कर तत्काल क्रियान्वयन किया जाए, और स्वच्छता पर किसी भी स्तर पर कोताही बर्दाश्त नहीं की जाएगी।
सुविधाओं की जाँच—“पर्यटक राज्य में अव्यवस्था नहीं चलेगी”
मुख्यमंत्री पुष्कर धामी ने बस संचालन व्यवस्था, टिकट काउंटर, प्रतीक्षालयों, पेयजल आपूर्ति, शौचालयों, दुकानों और सुरक्षा प्रबंधों का निरीक्षण किया। उन्होंने कहा कि उत्तराखंड एक प्रमुख पर्यटन एवं तीर्थ राज्य है, जहाँ प्रतिवर्ष करोड़ों यात्री आते हैं, ऐसे में परिवहन केंद्रों पर उच्च स्तरीय स्वच्छता और सुविधा अनिवार्य है।
सीएम ने यात्रियों से लिया फीडबैक
मुख्यमंत्री पुष्कर धामी ने आईएसबीटी में मौजूद यात्रियों से बातचीत कर समस्याएं पूछीं और सुधार के सुझाव लिए। उन्होंने कहा कि यात्रियों का अनुभव और फीडबैक ही व्यवस्थाओं को बेहतर बनाने का सबसे प्रभावी आधार है।
सीएम पुष्कर धामी ने बताया कि राज्य सरकार जल्द ही जनसहभागिता आधारित व्यापक स्वच्छता अभियान पूरे प्रदेश में शुरू करने जा रही है। उन्होंने अधिकारियों को साफ चेतावनी दी कि अगली बार निरीक्षण में आईएसबीटी की सभी व्यवस्थाएँ पूरी तरह दुरुस्त दिखनी चाहिए, अन्यथा जिम्मेदार अधिकारियों के विरुद्ध कठोर कार्रवाई की जाएगी। निरीक्षण के दौरान परिवहन विभाग और एमडीडीए के वरिष्ठ अधिकारी मौजूद रहे।



