न्यूज 127, देहरादून
नशामुक्त भारत अभियान की 5वीं वर्षगांठ पर आयोजित राज्य स्तरीय कार्यक्रम में मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने युवाओं को नशे के विरुद्ध सशक्त, प्रेरक और दृढ़ संदेश देते हुए कहा कि नशा सिर्फ एक आदत नहीं, बल्कि समाज को भीतर से खोखला कर देने वाली भयावह समस्या है, जिससे मुकाबला करने के लिए हर युवा का जागरूक और संकल्पबद्ध होना जरूरी है।
मुख्यमंत्री कैंप कार्यालय स्थित मुख्य सेवक सदन में आयोजित इस विशेष कार्यक्रम को संबोधित करते हुए मुख्यमंत्री पुष्कर धामी ने कहा कि नशा आज दुनिया भर में ‘साइलेंट वॉर’ के रूप में फैल रहा है, जिसका सबसे बड़ा निशाना युवा पीढ़ी है। उन्होंने कहा कि नई पीढ़ी ही भारत की ऊर्जा, नवाचार, सामर्थ्य और प्रगति का आधार है, इसलिए युवाओं को नशे से दूर रहकर राष्ट्र निर्माण की मुख्य धारा में अग्रणी भूमिका निभानी होगी।
“ड्रग्स फ्री उत्तराखंड”—राज्य सरकार मिशन मोड पर
मुख्यमंत्री पुष्कर धामी ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा 2020 में शुरू किए गए नशामुक्त भारत अभियान ने इस लड़ाई को एक जन-आंदोलन का रूप दिया है। इसी प्रेरणा से उत्तराखंड सरकार ‘‘ड्रग्स फ्री उत्तराखंड’’ के संकल्प को साकार करने के लिए निरंतर युद्धस्तर पर कार्य कर रही है।
वर्ष 2022 में राज्य में त्रिस्तरीय एंटी नारकोटिक्स टास्क फोर्स (ANTF) का गठन किया गया, जिसने तीन वर्षों में 6,000 से अधिक आरोपियों को गिरफ्तार किया तथा 200 करोड़ रुपये से अधिक मूल्य के मादक पदार्थ बरामद किए। उन्होंने इसे नशे के खिलाफ मजबूत प्रशासनिक कार्रवाई का ठोस उदाहरण बताया।
पुनर्वास, उपचार और सामुदायिक जागरूकता पर विशेष जोर
मुख्यमंत्री पुष्कर धामी ने बताया कि राज्य सरकार न केवल नशे को रोकने पर बल्कि नशाग्रस्त व्यक्तियों के पुनर्वास और उपचार पर भी विशेष ध्यान दे रही है। प्रदेश में चार इंटीग्रेटेड रिहैबिलिटेशन सेंटर फॉर एडिक्ट्स (IRCA) सक्रिय है। एम्स ऋषिकेश की सहायता से एडिक्शन ट्रीटमेंट फैसिलिटी (ATF) भी युवाओं को उपचार और परामर्श प्रदान कर रही है। सभी जनपदों के शिक्षण संस्थानों में एंटी-ड्रग कमेटियाँ गठित की गई हैं, जिनमें विद्यार्थी, शिक्षक, अभिभावक व प्रधानाचार्य शामिल हैं।
मुख्यमंत्री पुष्कर धामी ने कहा कि रोकथाम और जागरूकता दोनों के संयोजन से ही नशा मुक्त समाज की स्थापना संभव है। ऐपण कला के माध्यम से नशा विरोधी संदेश—‘दगड़िया क्लब’ युवाओं को दे रहे नई दिशा
मुख्यमंत्री पुष्कर धामी ने कहा कि उत्तराखंड की पारंपरिक ऐपण कला को भी इस अभियान से जोड़ा गया है। नशा-विरोधी संदेशों वाली ऐपण पेंटिंग्स स्कूलों और सार्वजनिक स्थलों में जागरूकता बढ़ाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभा रही हैं। राज्य में युवाओं को सकारात्मक गतिविधियों से जोड़ने के लिए ‘दगड़िया क्लब’ भी सक्रिय किए गए हैं, जो खेल, कला और रचनात्मक कार्यों के माध्यम से युवाओं की ऊर्जा को सही दिशा देते हैं।
युवाओं से सीएम की अपील—“आप बदलेंगे, तो समाज बदलेगा”
मुख्यमंत्री पुष्कर धामी ने युवाओं को संबोधित करते हुए कहा कि आप स्वयं भी नशे को पूरी मजबूती से ‘ना’ कहें और अपने मित्रों को भी ‘ना’ कहने के लिए प्रेरित करें। तभी उत्तराखंड देश का अग्रणी राज्य बन सकेगा।
उन्होंने कहा कि सरकार पूरी निष्ठा से नशामुक्त समाज बनाने के लिए प्रतिबद्ध है, परंतु यह लक्ष्य तभी प्राप्त होगा जब युवा पीढ़ी पूरे संकल्प और दृढ़ता के साथ अभियान का हिस्सा बने।
कार्यक्रम में मुख्यमंत्री ने उपस्थित युवाओं को नशामुक्त भारत अभियान की शपथ दिलाई। साथ ही राज्य स्तर पर आयोजित भाषण और निबंध प्रतियोगिता के विजेता छात्रों को सम्मानित भी किया। कार्यक्रम में कैबिनेट मंत्री गणेश जोशी, विधायक सविता कपूर, उत्तराखंड पिछड़ा वर्ग आयोग के अध्यक्ष संजय नेगी, सचिव समाज कल्याण डॉ. श्रीधर बाबू अद्यांकी, अपर पुलिस महानिदेशक डॉ. वी. मुरुगेशन, निदेशक समाज कल्याण डॉ. संदीप तिवारी सहित बड़ी संख्या में गणमान्यजन उपस्थित रहे।



