स्नान पर्वों पर 65 से अधिक और 10 साल से कम आयु के बच्चों का प्रवेश रहेगा प्रतिबंधित, बीमार व्यक्ति भी न आएं, इस वेबसाइट पर करें आवेदन




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नवीन चौहान
माघ महीने में पड़ रहे तीनों स्नानों पर 65 साल की आयु से अधिक और 10 साल की आयु से कम के बच्चों का प्रवेश प्रतिबंधित रहेगा। इसी के साथ किसी को गंभीर रोग है तो वह भी स्नान करने न आए। साथ ही जो लोग स्नान पर्वों पर आएंगे उन्हें रजिस्ट्रेशन के लिए कुंभ की ऑफिसियल वेबसाइट www.haridwarkumbhmela2021.com पर ऑनलाइन आवेदन प्रकिया को पूरा करना होगा। अनुमति मिलने के बाद ही हरिद्वार की सीमा से एंट्री हो सकेगी।
माघ स्नान पर्वों के लिए जिलाधिकारी सी रविशंकर ने एसओपी जारी की है। एसओपी के अनुसार 65 साल की आयु एवं गंभीर बीमारी से ग्रस्त व्यक्तियों, गर्भवती महिलाओं और 10 साल से कम आयु वाले बच्चे माघ माह में पड़ रहे तीनों स्नानों पर न आने की सलाह दी गई है। इसके अलावा सामान्य आयु के व्यक्ति को कोई गंभीर बीमारी हो वह भी वे अपने घर पर ही रहें। यात्रियों को स्नान के समय और मेला क्षेत्र में दो गज की दूरी का पालन करना होगा। जो लोग स्नान पर्वों में स्नान के लिए आए उन्हें कोविड—19 की जांच आरटीपीसीआर के तहत कराकर आनी होगी। ये रिपोर्ट तीन दिन या 72 घंटे के अंदर की होनी चाहिए। इन नियमों का कड़ाई से पालन करना होगा। जिलाधिकारी सी रविशंकर ने जारी करते हुए पालन कराने के लिए अधिकारियों को सख्त निर्देश दिए हैं।
हालांकि कोरोना संक्रमण के फैलने की आशंका के चलते हुए कुंभ का नोटिफिकेशन अभी तक जारी नहीं हो सका है। जनवरी महीने में मकर संक्रांति का स्नान सामान्य तौर पर हुआ। अब माघ महीने में तीन स्नान पर्व पड़ रहे हैं। ये पर्व 11 फरवरी को माघ अमावस्या, 16 फरवरी को बसंत पंचमी और 27 फरवरी को माघ पूर्णिमा स्नान पड़ रहा है।
ये है फरवरी महीने में पड़ने वाले स्नान पर्व
11 फरवरी को माघ अमावस्या,
16 फरवरी को बसंत पंचमी,
27 फरवरी को माघ पूर्णिमा स्नान।